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अमेरिका के लिए 6,500 किलो का विशाल सैटेलाइट लॉन्च करेगा ISRO, चेयरमैन वी. नारायणन ने बताई कामयाबी की कहानी

ISRO Chairman V. Narayanan: इसरो अध्यक्ष ने गर्व के साथ बताया कि, अगले कुछ महीनों में जिस देश को कभी अमेरिका से एक छोटा रॉकेट मिला था, वह अपने ही लॉन्च व्हीकल का इस्तेमाल करके अमेरिका द्वारा बनाए गए 6,500 किलो के संचार उपग्रह को भारतीय धरती से लॉन्च करने जा रहा है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Aug 10, 2025 पर 5:02 PM
अमेरिका के लिए 6,500 किलो का विशाल सैटेलाइट लॉन्च करेगा ISRO, चेयरमैन वी. नारायणन ने बताई कामयाबी की कहानी
भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत अमेरिका द्वारा दिए गए एक छोटे से रॉकेट से हुई थी

ISRO: एक समय था जब भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत अमेरिका द्वारा दिए गए एक छोटे से रॉकेट से हुई थी। अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) इतना सक्षम और अड्वान्स हो गया है कि, अमेरिका के बनाए एक बड़े संचार उपग्रह को लॉन्च करने वाला है। आज ISRO के अध्यक्ष वी. नारायणन ने घोषणा की है कि अगले कुछ महीनों में इसरो एक 6,500 किलोग्राम के संचार उपग्रह को लॉन्च करेगा, जिसे खुद अमेरिका ने बनाया है। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की अविश्वसनीय प्रगति को दर्शाता है।

'निसार' के बाद अमेरिका के लिए एक और मिशन

हाल ही में 30 जुलाई को NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar (NISAR) मिशन को GSLV-F16 रॉकेट से सफलतापूर्वक लॉन्च करने के बाद, इसरो अब अमेरिका के लिए एक और महत्वपूर्ण मिशन की तैयारी कर रहा है। नारायणन ने चेन्नई के पास आयोजित एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के 21वें दीक्षांत समारोह में यह घोषणा की, जहां उन्हें 'डॉक्टर ऑफ साइंस' की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

छोटे रॉकेट से अंतरिक्ष महाशक्ति तक का सफर

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