Dharmasthala Mass Murder: मंदिर में मास मर्डर और रेप का आरोप, खुदाई में मिला कंकाल! पूर्व कर्मचारी का लाशें दफनाने का दावा
SIT को एक बड़ी सफलता मिली, जब छठी खुदाई वाली जगह से कुछ मानव कंकाल के अवशेष बरामद किए गए। मंगलवार को, SIT ने शिकायतकर्ता की ओर से बताई गई जगह पर लगभग आठ फीट गहरी और 15 फीट चौड़ी खुदाई की। हालांकि पहले कई जगहों पर कोई कंकाल नहीं मिला था, लेकिन इस छठी जगह पर एक बड़ी सफलता मिली
Dharmasthala Mass Murder: धर्मस्थल मंदिर में मास मर्डर और रेप का आरोप, छठी साइट से मिला कंकाल!
दक्षिण राज्य कर्नाटक के प्रसिद्ध तीर्थस्थल, धर्मस्थल में दशकों तक काम करने वाले एक व्यक्ति के बयान ने सबके हाथ पांव फुला दिए, जिसने दावा किया कि लगभग एक दशक पहले उसे यौन उत्पीड़न पीड़ितों के कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था। 4 जुलाई को धर्मस्थल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई उसकी शिकायत के आधार पर 19 जुलाई को एक विशेष जांच दल (SIT) बनाई गई। अब इसमें SIT को एक बड़ी सफलता मिली, जब छठी खुदाई वाली जगह से कुछ मानव कंकाल के अवशेष बरामद किए गए।
मंगलवार को, SIT ने शिकायतकर्ता की ओर से बताई गई जगह पर लगभग आठ फीट गहरी और 15 फीट चौड़ी खुदाई की। हालांकि पहले कई जगहों पर कोई कंकाल नहीं मिला था, लेकिन इस छठी जगह पर एक बड़ी सफलता मिली।
3 जुलाई को पूर्व सफाई कर्मचारी ने पुलिस को बयान दिया। बयान में कहा गया है, "मैं यह शिकायत बहुत भारी मन से और अपराध बोध की असहनीय भावना से उबरने के लिए दर्ज करा रहा हूं... मैं अब उन हत्याओं की यादों का बोझ नहीं उठा सकता, जो मैंने देखी थीं, मुझे लाशों को दफनाने के लिए लगातार मिल रही मौत की धमकियां और मारपीट का दर्द - कि अगर मैंने उन लाशों को नहीं दफनाया, तो मुझे भी उनके साथ दफना दिया जाएगा।"
ये पूर्व सफाई कर्मचारी दलित था, जो धर्मस्थल मंदिर में 1995 से 2014 तक काम करता था। उन्होंने बताया कि वो नेत्रवती नदी के पास अपना ज्यादातर रोजमर्रा की सफाई के काम करता था, जो धर्मस्थल मंदिर के पास से बहती है। इसके बाद अचानक ही सब कुछ बदल गया।
DW की रिपोर्ट में बताया गया कि अपनी शिकायत में उस व्यक्ति ने कहा कि उसे नदी के पास "लाशें दिखाई देने लगीं"। रिपोर्ट में कहा गया है, "इनमें ज्यादातर महिलाओं के शव थे।" यह साफ नहीं हो पाया कि शव उस व्यक्ति को कहां मिले थे और वे वहां कैसे पहुंचे।
'सैकड़ों शवों को ठिकाने लगाने के लिए मजबूर'
शुरू में उस व्यक्ति को लगा कि ये शव उन लोगों के हैं, जिन्होंने आत्महत्या कर ली या नदी में डूब गए। हालांकि, उसे जल्द ही एहसास हुआ कि वह गलत था।
उसने अपने बयान में कहा, "कई महिलाओं की लाशें बिना कपड़ों या अर्धनग्न हालत में मिलीं।"
शिकायत में कहा गया, "कुछ लाशों पर यौन उत्पीड़न और हिंसा के साफ निशान थे। उन शवों पर चोट या गला घोंटने के निशान थे, जो मरने वालों के साथ हुई हिंसा की ओर इशारा करते थे।"
व्हिसलब्लोअर ने बताया कि उसे सैकड़ों शवों को ठिकाने लगाने के लिए मजबूर किया गया, जिनमें से कई नाबालिग लड़कियों के थे।
उसने एक किशोरी से जुड़ी एक बेहद परेशान करने वाली घटना का जिक्र किया, जो आज भी उसे याद है।
उसकी शिकायत के अनुसार, "उसने स्कूल यूनिफॉर्म की शर्ट पहनी हुई थी। हालांकि, उसकी स्कर्ट और अंडरगारमेंट्स गायब थे। उसके शरीर पर यौन उत्पीड़न के निशान साफ थे।" उसने बताया, "उसकी गर्दन पर गला घोंटने के निशान थे। उन्होंने मुझे एक गड्ढा खोदकर उसे उसके स्कूल बैग के साथ दफनाने का निर्देश दिया।"
उस व्यक्ति ने मंदिर के पास के कस्बे में हुई "अत्यंत क्रूर" हत्याओं के बारे में भी लिखा।
उसने आरोप लगाया, "धर्मस्थल क्षेत्र में भीख मांगने आने वाले गरीब और बेसहारा लोगों की व्यवस्थित तरीके से हत्या कर दी जाती थी... उन्हें कमरों में कुर्सियों से बांध दिया जाता था और पीछे से तौलिए से उनका दम घोंट दिया जाता था। ये हत्याएं मेरी मौजूदगी में हुईं।"
मंदिर का पूर्व कर्मचारी अब क्यों सामने आया है?
किसी की पहचान बताए बिना, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मंदिर के पर्यवेक्षकों ने मामले की जानकारी अधिकारियों को नहीं दी। इसके बजाय, उसने दावा किया कि उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसे "इन शवों को चुपाचाप गुप्त तरीके से ठिकाने लगाने" के लिए मजबूर किया।
उसने आरोप लगाया कि उसके सुपरवाइजर ने उसे धमकी देते हुए कहा, "हम तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर देंगे। तुम्हारी लाश भी बाकी शवों की तरह दफना दी जाएगी। हम तुम्हारे परिवार के सभी सदस्यों की बलि चढ़ा देंगे।"
उस व्यक्ति ने बताया कि कैसे वह 2014 में धर्मस्थल से भाग निकला था, जब उसके ही परिवार की एक लड़की का कथित तौर पर एक शख्स ने यौन उत्पीड़न किया था, जिसके बारे में माना जाता है कि वह मंदिर के पर्यवेक्षकों से जुड़ा हुआ था।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि अपराध करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाए और उन्होंने कहा कि वह पीड़ितों के शवों को कब्र से निकालने में मदद करेंगे ताकि उन्हें "उचित सम्मान मिल सके और उनका सही से अंतिम संस्कार" किया जा सके।
अधिकारियों ने शुरू की जांच
22 जुलाई को, कर्नाटक सरकार ने मास मार्डर और मंदिर अधिकारियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक SIT बनाई। वरिष्ठ वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता एस. बालन के नेतृत्व में वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल के कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात के बाद इसका ऐलान किया।
बालन ने कहा, "न्यायिक हस्तक्षेप होगा, लेकिन यह सब जनता के आक्रोश पर निर्भर करेगा।"
ताजा खुलासों के बाद धर्मस्थल में लापता हुई या रहस्यमय परिस्थितियों में मरी लड़कियों के परिवार के सदस्यों ने अनसुलझे मामलों को फिर से खोलने का अनुरोध किया है, जिनमें से कुछ केस 1980 के दशक के हैं।
साल 2012 में कथित रूप से बलात्कार और हत्या की शिकार हुई 17 साल की लड़की के परिवार ने सरकार से अपनी बेटी के मामले की जांच SIT के तहत कराने की मांग की है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की पूर्व स्टेनोग्राफर सुजाता भट्ट, जिनकी बेटी अनन्या भट्ट 2003 में रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी, उन्होंने भी पुलिस में एक नई शिकायत दर्ज कराई है।
सुजाता भट के वकील एन मंजूनाथ ने एक बयान जारी कर अब SIT की प्रगति की सराहना की। उन्होंने बताया कि बरामद की गई चीजों में एक PAN कार्ड और दो ATM कार्ड शामिल हैं, जिनमें से एक पर पुरुष का नाम और दूसरे पर 'लक्ष्मी' लिखा है, जिससे और भी जानकारी मिल सकती है।
मंजूनाथ ने यह भी खुलासा किया कि शिकायतकर्ता ने एक और अहम जगह की पहचान की है, जिसके बारे में माना जाता है कि वहां कथित तौर पर सबसे ज्यादा संख्या में दफनाए गए शव हैं। हालांकि, यह जगह फिलहाल बताई गईं 13 जगहों से बाहर है और उम्मीद है कि बाद में इसकी खुदाई की जाएगी।
वहीं वकील बालन ने कहा, "धर्मस्थल में लापता या मृत लोगों के कम से कम 367 मामले हैं।"
धर्मस्थल के प्रवक्ता के. पार्श्वनाथ जैन ने कहा कि मंदिर प्रशासन "निष्पक्ष और पारदर्शी जांच" का समर्थन करता है।
उन्होंने एक बयान में कहा, "धर्मस्थल पुलिस स्टेशन में हाल ही में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि कई शवों को दफनाया गया था, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी बहस, अटकलें और भ्रम पैदा हो गया है।"
अपने दावों के समर्थन में सबूत देने के लिए पूर्व सफाई कर्मचारी ने कहा कि उसने हाल ही में एक कब्रिस्तान से कंकाल के अवशेष निकाले हैं और अधिकारियों को तस्वीरें सौंपी हैं।