विरोध के बाद मलयालम एक्टर दिलीप ने उठाया बड़ा कदम, मंदिर के कार्यक्रम से बनाई दूरी

Malayalam actor Dileep : यह मामला मलयालम, तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम करने वाली एक एक्ट्रेस से जुड़ा है। 17 फरवरी, 2017 की रात को कुछ लोगों ने उसकी कार में जबरन घुसकर उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद आरोपी एक्ट्रेस को कार में छोड़कर फरार हो गए

अपडेटेड Dec 15, 2025 पर 3:57 PM
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अभिनेता दिलीप ने केरल के एर्नाकुलम में होने वाले एक मंदिर कार्यक्रम से अपना नाम वापस ले लिया है।

मलयालम अभिनेता दिलीप ने केरल के एर्नाकुलम में होने वाले एक मंदिर कार्यक्रम से अपना नाम वापस ले लिया है। उनके नाम को लेकर विरोध सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया। दिलीप को एर्नाकुलम शिव मंदिर में आयोजित उत्सव के दौरान फेस्टिवल कूपन वितरण कार्यक्रम का उद्घाटन करना था और उन्हें पहला कूपन दिया जाना था। विवाद बढ़ने के बाद मंदिर प्रशासन ने कार्यक्रम की तारीख बदल दी। यह कार्यक्रम पहले मंगलवार को होना था, लेकिन अब इसे बुधवार को रखा गया है। हालांकि, दिलीप अब इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। बताया जा रहा है कि उनके आमंत्रण को लेकर आयोजन समिति के भीतर से ही विरोध किया गया था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।

हाल ही में आया था कोर्ट से फैसला 

यह मामला 2017 में एक मलयालम अभिनेत्री पर हुए हमले से जुड़ी हालिया अदालती कार्रवाई के बाद सामने आया है। इसी वजह से अभिनेता दिलीप को लेकर सार्वजनिक तौर पर चर्चा और जांच बढ़ गई है। 12 दिसंबर को केरल की सेशंस कोर्ट ने इस केस में छह दोषियों को 20 साल की जेल की सजा सुनाई थी। हालांकि, दिलीप को इस मामले में बरी कर दिया गया था, जिन पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। बाद में पीड़िता ने इस फैसले पर नाराज़गी जताई और कहा कि ट्रायल कोर्ट से उसका भरोसा उठ गया है।

यह मामला मलयालम, तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम करने वाली एक एक्ट्रेस से जुड़ा है। 17 फरवरी, 2017 की रात को कुछ लोगों ने उसकी कार में जबरन घुसकर उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद आरोपी एक्ट्रेस को कार में छोड़कर फरार हो गए।


एक्टर के फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर भी बवाल 

इसी बीच तिरुवनंतपुरम जिले में एक अलग घटना सामने आई। KSRTC की तिरुवनंतपुरमथोट्टिलपलम सुपर फास्ट बस में दिलीप की एक फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी गई। दरअसल, फिल्म 'ई परक्कुम थालिका’ दिखाए जाने पर एक महिला यात्री ने आपत्ति जताई। पथानामथिट्टा की रहने वाली लक्ष्मी आर शेखर की आपत्ति के बाद बस में यात्रियों के बीच बहस शुरू हो गई, जिसके चलते फिल्म बंद कर दी गई।

एशियानेट पर दिखाए गए एक वीडियो के मुताबिक, लक्ष्मी ने कहा कि सफर के दौरान यात्रियों को ऐसी फिल्में देखने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, जिनमें उनकी कोई रुचि न हो। उन्होंने बताया कि कई महिला यात्रियों ने उनकी बात का समर्थन किया और कहा कि इस तरह की फिल्में देखना उन्हें असहज लगता है। हालांकि कुछ यात्रियों ने लक्ष्मी के विरोध का साथ दिया, लेकिन कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि जब अभिनेता से जुड़ा मामला अदालत में निपट चुका है, तो फिल्म दिखाने पर आपत्ति क्यों की जा रही है। इस पर लक्ष्मी ने कहा कि कई महिलाएं यात्रा के दौरान ऐसी फिल्में नहीं देखना चाहतीं और इसलिए स्क्रीनिंग बंद होनी चाहिए। जब बहस बढ़कर तीखी नोकझोंक में बदलने लगी, तो बस कंडक्टर ने फिल्म बंद करने का फैसला लिया। इसके बाद स्थिति शांत हो गई और बस में फिर से व्यवस्था बहाल हो गई।

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