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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर नहीं हुई कोई चर्चा, विदेश मंत्रालय ने किया साफ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को भारतीय अधिकारियों ने सिरे से नकार दिया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम व्यापार के वादे के साथ हुआ था। भारत ने इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे को दरकिनार कर दिया था कि उन्होंने ही दोनों देशों के बीच शांति कायम कराई थी। भारत ने कहा था कि संघर्ष विराम बातचीत सीधे पाकिस्तान के साथ हुई थी, जिसके बाद इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से फोन पर बात की थी

Shubham Sharmaअपडेटेड May 13, 2025 पर 7:21 PM
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर नहीं हुई कोई चर्चा, विदेश मंत्रालय ने किया साफ
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर नहीं हुई कोई चर्चा, विदेश मंत्रालय ने किया साफ

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद होने की सार्वजनिक घोषणा तक, वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों और अमेरिकी अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में व्यापार का कोई मुद्दा नहीं उठा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को भारतीय अधिकारियों ने सिरे से नकार दिया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम व्यापार के वादे के साथ हुआ था।

भारत ने इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे को दरकिनार कर दिया था कि उन्होंने ही दोनों देशों के बीच शांति कायम कराई थी। भारत ने कहा था कि संघर्ष विराम बातचीत सीधे पाकिस्तान के साथ हुई थी, जिसके बाद इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से फोन पर बात की थी।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम समझौते के मद्देनजर उनकी मदद करने के लिए तैयार है। उनका कहना है कि इस समझौते में उनके प्रशासन ने मध्यस्थता करने में मदद की है।

हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि इस समझौते पर नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच सख्ती से बातचीत की गई थी, जो भारत की लंबे समय से चली आ रही स्थिति को ध्यान में रखते हुए किया गया था कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल किया जाना चाहिए।

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