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SCO Summit 2025: मोदी, पुतिन और जिनपिंग की तिकड़ी...बनेगा नया वर्ल्ड ऑर्डर? जानें SCO समिट की पांच अहम बातें

PM Modi, Xi Jinping And Putin: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा कई मायनों में खास रही। प्रधानमंत्री मोदी की आठ साल बाद हुई चीन यात्रा में उनकी शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन से लंबी और अहम मुलाकातें हुईं। पीएम मोदी की राष्ट्रपति पुतिन के साथ तो कार में भी लगभग 45 मिनट तक बातचीत चली

Rajat Kumarअपडेटेड Sep 01, 2025 पर 6:16 PM
SCO Summit 2025: मोदी, पुतिन और जिनपिंग की तिकड़ी...बनेगा नया वर्ल्ड ऑर्डर? जानें SCO समिट की पांच अहम बातें
चीन में आयोजित SCO समिट में क्या-क्या हुआ और भारत के नजरिए ये बैठक कितना अहम रहा

PM Modi, Xi Jinping And Putin: 'अनहोनी को होनी कर दें होनी को अनहोनी...एक जगह जब जमा हों तीनों अमर-अकबर-एन्थोनी', साल 1977 में आई फिल्म अमर अकबर एन्थोनी के इस गाने को सोशल मीडिया पर आज लोग एक बार फिर याद कर रहे हैं। इस गाने को याद करने की पीछे की वजह है...चीन के तियानजिन शहर में हुए शंघाई सहयोग संगठन की बैठक। सोमवार को इस बैठक से पीएम मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात की एक ऐसी तस्वीर सामने आई...जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में है। इस तस्वीर को देख कई एक्सपर्ट ने सोशल मीडिया पर यहां तक कह रहे हैं कि, अब वर्ल्ड ऑर्डर बदलने वाला है।

चीन में आयोजित SCO समिट में क्या-क्या हुआ और भारत के नजरिए ये बैठक कितना अहम रहा आइए जानते हैं।

भारत के लिए काफी खास रही बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा कई मायनों में खास रही।  प्रधानमंत्री मोदी की आठ साल बाद हुई चीन यात्रा में उनकी शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन से लंबी और अहम मुलाकातें हुईं। पीएम मोदी की राष्ट्रपति पुतिन के साथ तो कार में भी लगभग 45 मिनट तक बातचीत चली। दोनों नेताओं के साथ पीएम मोदी की इन बैठकों में कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसके बाद भारत-चीन के बीच सीधी फ्लाइट फिर शुरू करने का फैसला हुआ और दिसंबर में पुतिन की भारत यात्रा भी तय हो गई।

 ज्वाइंट डिक्लेरेशन में पहलगाम हमले का जिक्र

SCO समिट से जो सबसे बड़ी बात सामने आई है, वो भारत के उस स्टैंड का सभी देशों ने समर्थन किया, जो आतंकवाद को लेकर हमेशा से हमने अपनाया है। SCO समिट में ज्वाइंट डिक्लेरेशन साइन हुआ  और इसमें पहलगाम हमले का भी जिक्र किया गया। सभी देशों ने मिलकर माना कि पहलगाम में हुआ हमला गलत था और ऐसा आतंकवादी हमले स्वीकार्य नहीं है। शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों ने 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने हमले में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और जोर देकर कहा कि हमले के दोषियों और प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।

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