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Operation Mahadev: एक सैटेलाइट फोन बना आतंकियों का काल, पहलगाम हमले में भी किया था इस्तेमाल, ऑपरेशन महादेव के पीछे की इनसाइड स्टोरी

Operation Mahadev Srinagar: यह भी शक था कि वे पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की तरफ से पहले गिरफ्तार किए गए परवेज और बशीर अहमद नाम के दो आतंकवादियों ने भी कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में तीन पाकिस्तानी लश्कर आतंकवादी शामिल थे

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 28, 2025 पर 8:24 PM
Operation Mahadev: एक सैटेलाइट फोन बना आतंकियों का काल, पहलगाम हमले में भी किया था इस्तेमाल, ऑपरेशन महादेव के पीछे की इनसाइड स्टोरी
Operation Mahadev: ऑपरेशन महादेव के पीछे की इनसाइड स्टोरी

22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद से एक कम्युनिकेशन डिवाइस की जांच की जा रही है, जिसकी लोकेशन हाल ही में दाचीगाम में मिली। शीर्ष सुरक्षा सूत्रों ने CNN-News18 को बताया कि दो दिन पहले इसी डिवाइस से एक संदिग्ध कॉल की गई थी, जिसे सुरक्षा बलों ने इंटरसेप्ट कर लिया था। इस संदिग्ध कॉल ने खतरे की घंटी बजा दी थी। इस जानकारी को आगे बढ़ाया गया और सोमवार को दाचीगाम जंगल में एक ऑपरेशन शुरू किया गया।

पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों ने कथित तौर पर हुआवेई सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया था, लेकिन हमले के बाद से इस डिवाइस का इस्तेमाल नहीं किया गया। हालांकि, फोन को ट्रैक करने वाली खुफिया एजेंसियों ने पाया कि दो दिन पहले इस डिवाइस से कॉल की गई थी। बाद में, डिवाइस की लोकेशन दाचीगाम के काफी अंदर मिली, जहां आस-पास कोई मानव बस्ती नहीं थी।

हालांकि, एजेंसियां सोमवार को दाचीगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान नहीं कर पाई हैं, लेकिन उनमें से एक की पहचान पहलगाम आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा के रूप में हुई है।

यह भी शक था कि वे पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे।

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