Pahalgam Attack: पाकिस्तान लौटने की डेडलाइन आज समाप्त, 509 पाकिस्तानी नागरिकों ने अटारी के रास्ते छोड़ा भारत

Kashmir Pahalgam Terror Attack: भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़कर जाने का निर्देश दिया था। इसके बाद पिछले तीन दिनों में 509 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर चौकी के रास्ते भारत छोड़कर पाकिस्तान जा चुके हैं

अपडेटेड Apr 27, 2025 पर 8:14 PM
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Kashmir Pahalgam Terror Attack: स्वदेश लौट रहे पाकिस्तानी अपने रिश्तेदारों से विदा होते समय भावुक हो गए

Kashmir Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा रद्द किए जाने की डेडलाइन रविवार (27 अप्रैल) को समाप्त होने के बीच स्वदेश लौट रहे पाकिस्तानी अपने रिश्तेदारों से विदा होते समय भावुक हो गए। पिछले तीन दिनों में कम से कम 509 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा चौकी के रास्ते भारत छोड़ पाकिस्तान जा चुके हैं। एक अधिकारी ने कहा कि रविवार (27 अप्रैल) को पाकिस्तान के वीजा धारकों के लिए भारत में रहने की समय सीमा समाप्त होने के मद्देनजर कई और पाकिस्तानियों के स्वदेश लौटने की संभावना है।

अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि 9 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 237 पाकिस्तानी नागरिक 27 अप्रैल (रविवार) को अटारी-वाघा सीमा चौकी के रास्ते पाकिस्तान लौट गए। जबकि 25 अप्रैल (शुक्रवार) को 191 और 26 अप्रैल (शनिवार) को 81 पाकिस्तानी नागरिक स्वदेश चले गए। उन्होंने बताया कि पंजाब स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते 14 राजनयिकों और अधिकारियों समेत कुल 745 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत वापस आ चुके हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को 116 भारतीय नागरिक अटारी-वाघा सीमा चौकी के रास्ते भारत वापस आए, जिनमें एक राजनयिक भी शामिल है। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल को 287 भारतीय नागरिक, जबकि 26 अप्रैल को 13 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 342 भारतीयों ने इस मार्ग से स्वदेश वापसी की।


अधिकारियों के अनुसार, कुछ पाकिस्तानी संभवतः हवाई मार्ग से भी भारत छोड़कर चले गए होंगे। उन्होंने बताया कि चूंकि, भारत का पाकिस्तान के साथ सीधा हवाई संपर्क नहीं है। इसलिए वे संभवतः अन्य देशों के लिए रवाना हो गए होंगे।

आज के बाद पाक वीजा रद्द

भारत ने घोषणा की है कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा 27 अप्रैल से रद्द माने जाएंगे। पाकिस्तान में रहने वाले भारतीयों को जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की सलाह दी गई है। पाकिस्तानी नागरिकों को जारी मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध हैं।

पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। अमृतसर जिले में अटारी सीमा पर वाहनों की कतार लग गई, क्योंकि बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक अपने देश जाने के लिए पहुंचे।

बिछड़ने का छलका दर्द

अटारी में कई भारतीय अपने पाकिस्तानी रिश्तेदारों को विदा करने आए थे और बिछड़ने का दर्द साफ झलक रहा था। एक पाकिस्तानी किशोरी सरिता ने रोते हुए कहा, "मेरी मां भारतीय हैं और उन्हें हमारे साथ पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।" सरिता नहीं जानतीं कि अब वह अपनी मां से व्यक्तिगत रूप से कब मिल पाएगी। सरिता, उनके भाई और पिता रविवार को भारत से पाकिस्तान जाने के लिए अटारी सीमा पर कतार में खड़े सैकड़ों लोगों में शामिल थे। सरिता का परिवार 29 अप्रैल को होने वाली एक रिश्तेदार की शादी के लिए भारत आया था।

सरिता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "हम नौ साल बाद भारत आए हैं।" सरिता, उनका भाई और उनके पिता पाकिस्तानी हैं, जबकि उनकी मां भारतीय है। भावुक हुई सरिता ने कहा, "वे (अटारी के अधिकारी) हमें बता रहे हैं कि वे मेरी मां को साथ नहीं जाने देंगे। मेरे माता-पिता की शादी 1991 में हुई थी। वे कह रहे हैं कि भारतीय पासपोर्ट धारकों को अनुमति नहीं दी जाएगी।"

कई पाकिस्तानी नागरिकों ने पीटीआई को बताया कि वे भारत में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे। कुछ लोग यहां शादी में शामिल होने आए थे, लेकिन अब उन्हें शादी में शामिल हुए बिना ही घर लौटना पड़ रहा है। जैसलमेर के एक व्यक्ति ने बताया कि उसके मामा, मामी और उनके बच्चे 36 साल बाद उनसे मिलने आए थे। लेकिन वीजा रद्द होने के कारण उन्हें समय सीमा से पहले ही वापस जाना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, "वे 15 अप्रैल को पाकिस्तान के अमरकोट से 45 दिन के वीजा पर आए थे। किसी को नहीं पता था कि स्थिति ऐसी हो जाएगी। उन्हें अपने सभी रिश्तेदारों से मिलने का समय भी नहीं मिला।" पेशावर के जनम राज (70) ने कहा कि वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए 45 दिन के वीजा पर भारत आए थे। उन्होंने कहा, "मैं तीन सप्ताह पहले भारत की अपनी पहली यात्रा पर आया था, और देखिए कि यह सब क्या हो गया।"

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दिल्ली के रहने वाले मोहम्मद आरिफ अपनी एक रिश्तेदार को अटारी छोड़ने आए थे। पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने मानवता की हत्या की है और उन्हें सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।" कराची से एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद सलीम 45 दिन के वीजा पर आए थे। लेकिन अप्रत्याशित घटनाओं के कारण उन्हें भी अन्य पाकिस्तानी नागरिकों की तरह स्वदेश लौटना पड़ रहा है।

Akhilesh Nath Tripathi

Akhilesh Nath Tripathi

First Published: Apr 27, 2025 8:10 PM

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