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'आपत्ति जताने के समय ही पार्टियों को उठाने चाहिए था मुद्दा' विपक्ष के 'वोट चोरी' के आरोप पर आया चुनाव आयोग का जवाब

आयोग ने यह भी बताया कि हर चुनाव से पहले वोटर लिस्ट सभी राजनीतिक पार्टियों को दी जाती है ताकि अगर कोई गलती हो, तो उसे समय रहते सुधारा जा सके। चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा, "हाल ही में, कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति वोटर लिस्ट में खामियों के बारे में मुद्दे उठा रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 16, 2025 पर 10:30 PM
'आपत्ति जताने के समय ही पार्टियों को उठाने चाहिए था मुद्दा' विपक्ष के 'वोट चोरी' के आरोप पर आया चुनाव आयोग का जवाब
विपक्ष के 'वोट चोरी' के आरोप पर आया चुनाव आयोग का जवाब

बिहार में SIR और वोटर लिस्ट को लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग पर “वोट चोरी” और गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। इस पर अब चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि अगर किसी पार्टी को वोटर लिस्ट में गलती दिखती है, तो उन्हें यह मुद्दा उसी समय उठाना चाहिए था जब चुनाव से पहले दावे और आपत्तियां दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी। आयोग ने यह भी बताया कि हर चुनाव से पहले वोटर लिस्ट सभी राजनीतिक पार्टियों को दी जाती है ताकि अगर कोई गलती हो, तो उसे समय रहते सुधारा जा सके।

चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा, "हाल ही में, कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति वोटर लिस्ट में खामियों के बारे में मुद्दे उठा रहे हैं, जिनमें पहले की तैयार की गई वोटर लिस्ट भी शामिल हैं।"

आयोग ने कहा, "वोटर लिस्ट से जुड़े किसी भी मुद्दे को उठाने का सही समय उस चरण के दावे और आपत्तियों की अवधि के दौरान होता, जो कि सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के साथ मतदाता सूची साझा करने के पीछे का उद्देश्य है।

बयान में कहा गया है, "अगर ये मुद्दे सही समय पर सही माध्यमों से उठाए गए होते, तो संबंधित SDM ERO को चुनावों से पहले गलतियों को सुधारने में मदद मिलती।"

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