PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिवाली की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद कहा। पीएम मोदी ने X पर लिखा कि दोनों देशों के लोकतंत्र 'दुनिया को रोशन करते रहें' और 'हर रूप के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें।' पीएम मोदी का यह मैसेज ऐसे समय में आया है जब ट्रंप लगातार यह दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी ने उन्हें भरोसा दिया है कि भारत रूस से तेल खरीदना कम कर देगा।
ट्रंप ने फिर दोहराया रूसी तेल न खरीदने वाला दावा
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने फिर कहा कि उन्होंने मोदी जी से बात की है और 'भारत रूस से ज्यादा तेल नहीं खरीदेगा।' उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी भी मेरी तरह चाहते हैं कि युद्ध खत्म हो। उन्होंने रूसी तेल की खरीद बहुत कम कर दी है, और वे इसे और कम करते रहेंगे।'
MEA ने तीसरी बार कहा: 'कोई बात नहीं हुई'
ट्रंप के बार-बार इस दावे को दोहराने के बावजूद, भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने सार्वजनिक रूप से इस बात को खारिज कर दिया है कि ऐसी कोई बातचीत हुई है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साफ किया कि हाल-फिलहाल में दोनों नेताओं के बीच कोई फोन कॉल नहीं हुई है। जायसवाल ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कल कोई बातचीत हुई हो, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।'
उन्होंने पुष्टि की कि मोदी और ट्रंप ने आखिरी बार 9 अक्टूबर को बात की थी, लेकिन वह बात गाजा शांति योजना की सफलता पर बधाई देने के लिए थी, न कि रूसी तेल पर!
2022 में पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से भारत सस्ते रूसी कच्चे तेल के शीर्ष आयातकों में से एक बना हुआ है। अमेरिका और यूरोप के दबाव के बावजूद, भारत ने हमेशा यह कहकर अपने तेल खरीद का बचाव किया है कि यह घरेलू कीमतों को स्थिर रखने और देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरी है।