पूर्वोत्तर रेलवे यात्रियों की सुविधा और ट्रेनों की बेहतर आवाजाही के लिए नया काम करने जा रहा है। इसके तहत गोरखपुर जंक्शन से डोमिनगंज के बीच चार किलोमीटर में तीसरी रेल लाइन बिछाई जाएगी और गोरखपुर से नहका जंगल के बीच पांच किलोमीटर ट्रैक का दोहरीकरण होगा। इस काम को पूरा करने के लिए 22 से 26 सितंबर 2025 तक नॉन इंटरलॉकिंग (एनआई) काम होगा। इस दौरान कई ट्रेनों के समय और रूट बदल जाएंगे। कुछ ट्रेनें रद्द की जाएंगी, कुछ का रूट बदला जाएगा और कुछ ट्रेनों की शुरुआत या अंत अलग स्टेशन से होगा। वंदे भारत, मौर्य एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस और सप्तक्रांति जैसी बड़ी ट्रेनें भी इसमें प्रभावित होंगी।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे सफर से पहले ट्रेन की जानकारी जरूर चेक कर लें, ताकि किसी परेशानी से बचा जा सके। यह परियोजना आने वाले समय में रेल नेटवर्क को और बेहतर बनाएगी।
प्रभावित ट्रेनें और रद्दीकरण
मुजफ्फरपुर जंक्शन से गुजरने वाली 100 ट्रेनों में से 24 ट्रेनों को रद्द किया गया है। इनमें वंदे भारत और अन्य प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा, 26 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है और चार ट्रेनों का आंशिक समापन या प्रारंभ किया जाएगा।
पूरी तरह रद्द की गई ट्रेनें
इस दौरान कुल 24 ट्रेनें रद्द रहेंगी। इनमें प्रमुख हैं:
बदले हुए मार्ग से चलेंगी ट्रेनें
कुल 26 ट्रेनें डायवर्ट होकर चलेंगी। छपरा-वाराणसी-प्रयागराज रूट से:
लखनऊ–सुल्तानपुर–वाराणसी रूट से:
भटनी-मऊ-अयोध्या कैंट-बाराबंकी रूट से:
आंशिक रूप से बदलेंगी ट्रेनें
कई अहम ट्रेनें 90 से 240 मिनट की देरी से चलेंगी, जैसे:
रेलवे ने कहा है कि 22 से 26 सितंबर के बीच यात्रा करने वाले यात्री 139 हेल्पलाइन या रेलवे की वेबसाइट पर अपडेट लेकर ही सफर शुरू करें।