Tahawwur Rana Extradition: 26/11 मुंबई आतंकी हमलों में शामिल आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा के सफल प्रत्यर्पण के बाद अब उन हाई-प्रोफाइल अपराधियों को भारत लाने की तैयारी है, जो वर्तमान में अन्य देशों में बैठे हुए हैं। इनमें भगोड़े कारोबारी विजय माल्या और नीरव मोदी के अलावा गोल्डी बराड़ और अर्श डल्ला जैसे गैंगस्टर एवं अलगाववादी भी शामिल हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के 2024 के रिकॉर्ड के आधार पर उपलब्ध लेटेस्ट जानकारी के अनुसार, भारत ने 1 जनवरी, 2019 से देश में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों सहित भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए विभिन्न देशों से कुल 178 अनुरोध किए हैं।
अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 64 वर्षीय राणा का आवेदन खारिज किए जाने के बाद प्रत्यर्पण से बचने का उसका आखिरी प्रयास विफल रहा। अब उसे भारत लाया जा चुका है। 10 दिसंबर, 2024 को विदेश मंत्रालय ने कहा कि 1 जनवरी, 2019 से कुल 23 व्यक्तियों को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया गया है। MEA ने कहा कि केंद्र सरकार भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रही है। आज तक भारत ने 48 देशों के साथ प्रत्यर्पण संधियों पर हस्ताक्षर किए हैं।
इन हाई-प्रोफाइल प्रत्यर्पण का इंतजार
गोल्डी बराड़: लॉरेंस बिश्नोई गैंग क मुख्य गैंगस्टर गोल्डी बराड़ अभी कनाडा में रहता हैं। वह दिवंगत सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या सहित कई गंभीर अपराधों में वांछित है। जून 2022 में केंद्र ने उसके खिलाफ 'रेड नोटिस' जारी किया था। इसका मतलब है कि उसे किसी भी देश से गिरफ्तार किया जा सकता है। साथ ही उन देशों से प्रत्यर्पित किया जा सकता है जो इंटरपोल का सदस्य है।
अर्श डल्ला: खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख आतंकी है। वह कनाडा में रहता है। वह हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और आतंकवादी कृत्यों के 50 से अधिक मामलों में भारत में वांछित है। जनवरी 2004 में उसे "आतंकवादी" घोषित किया गया था। उसे अक्टूबर 2024 में एक गोलीबारी की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उस पर 11 गंभीर आरोप लगाए गए, जिनमें अवैध हथियार रखना और सबूतों से छेड़छाड़ करना शामिल है।
अनमोल बिश्नोई: जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल विश्नोई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और मुंबई के चर्चित नेता बाबा सिद्दीकी की हत्याओं सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों में भारत में वांछित है। उसे पिछले साल नवंबर में बिना वैध दस्तावेजों के देश में एंट्री करने के लिए अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। वह अभिनेता सलमान खान के घर फायरिंग मामले में भी आरोपी है।
विजय माल्या: 2019 में भगोड़ा घोषित किए गए विजय माल्या पर 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का लोन चूक का मामला है। उन्होंने 2016 में भारत छोड़ दिया था। वह वर्तमान में ब्रिटेन में मौज कर रहे हैं। बुधवार (9 अप्रैल) को भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में भारतीय बैंकों के एक संघ ने उनके खिलाफ दिवालियापन आदेश को बरकरार रखने के लिए लंदन में अपनी अदालती अपील जीत ली। 69 वर्षीय व्यवसायी को जुलाई 2021 में दिवालिया घोषित कर दिया गया था। वह ब्रिटेन में फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
नीरव मोदी: भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करने के लिए प्रत्यर्पण की लड़ाई हारने के बाद नीरव मोदी लगभग छह साल से लंदन की जेल में है। भारत में उसके खिलाफ तीन तरह की आपराधिक कार्यवाही चल रही है। उसे 19 मार्च, 2019 को प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त तत्कालीन ब्रिटिश गृह सचिव प्रीति पटेल ने अप्रैल 2021 में उसके प्रत्यर्पण का आदेश दिया था। तब से उसने मामले में सुप्रीम कोर्ट तक अपनी कानूनी अपीलें पूरी कर ली है। उसने कई जमानत याचिकाएं दायर की हैं, जिनमें से कई मामलों को खारिज कर दिया गया है।
मेहुल चोकसी: भगोड़ा कारोबारी कथित तौर पर अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ बेल्जियम में रह रहा है। वह बेल्जियम का नागरिक है। उसने 'F रेजीडेंसी कार्ड' हासिल किया है। भारतीय अधिकारियों ने बेल्जियम सरकार से उसके प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया है, लेकिन देश में उसके नए अधिग्रहीत निवास ने मामले को जटिल बना दिया है। वह कुख्यात पीएनबी धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में वांछित है, जिसमें वह और उसका भतीजा नीरव मोदी शामिल थे।