UP-Bihar Weather Today: उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि होने, आंधी आने और बिजली गिरने की घटनाओं में 80 से अधिक लोगों की जान चली गई है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी-बिहार में गुरुवार (10 अप्रैल) को आए आंधी-तूफान के कारण 83 लोगों की मौत हो गई। 83 में में 61 मौतें बिहार में हुई है। जबकि 22 मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को प्रभावित इलाकों का दौरा करने और प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि इन घटनाओं का संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को प्रभावित इलाकों का दौरा करने, राहत प्रयासों की कड़ी निगरानी करने और प्रतिकूल मौसम से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने का गुरुवार को निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि फसलों को हुए नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाए। इसके बाद राज्य सरकार को इसकी रिपोर्ट तुरंत सौंपी जाए। इससे प्रशासन को उचित कार्रवाई करने और प्रभावित किसानों के लिए सहायता उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। बयान में कहा गया है कि आदित्यनाथ ने इस बात पर भी जोर दिया कि घायलों को शीघ्र और पर्याप्त इलाज मिलना चाहिए।
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
सरकारी गेहूं खरीद प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि खरीद केंद्रों और मंडियों में गेहूं के सुरक्षित भंडारण को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं। उन्होंने अधिकारियों को फसल क्षति का गहन सर्वेक्षण करने और उचित कार्रवाई के लिए सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया।
जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में आदित्यनाथ ने तत्काल जल निकासी की व्यवस्था करने का आह्वान किया। सीएम ने कहा कि तत्काल जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए कि समस्या को प्राथमिकता के आधार पर संबोधित किया जाए। लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार को आंधी आई और भारी बारिश हुई। कई जगहों पर आकाशीय बिजली भी गिरी है।
मौसम कार्यालय ने बताया कि मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के 24 से अधिक जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरी। राज्य की राजधानी लखनऊ में 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि सुल्तानपुर में 25.2 मिलीमीटर के साथ सबसे भारी बारिश हुई।
महत्वपूर्ण वर्षा वाले अन्य जिलों में बाराबंकी (24.8 मिलीमीटर), गाजीपुर (22.6 मिलीमीटर) और गोरखपुर (12.3 मिलीमीटर) शामिल हैं। हरदोई, कानपुर, वाराणसी, बलिया, बहराइच, अमेठी और बस्ती में भी छिटपुट वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने नेपाल की सीमा से लगे तराई बेल्ट के जिलों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में शुक्रवार को छिटपुट वर्षा की चेतावनी जारी की है।
बिहार में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी
IMD ने दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, अररिया, सुपौल, गया, सीतामढ़ी, शिवहर, नालंदा, नवादा और पटना सहित कई जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' (सावधान रहें) जारी किया है। इन जिलों में शुक्रवार और शनिवार को भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा, "मधुबनी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, अररिया, सुपौल, गया, सीतामढ़ी, शिवहर, नालंदा, नवादा, पटना में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश, आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवाएं (40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने की आशंका है।"
गुरुवार को भारी बारिश के बाद पटना के कई हिस्सों से जलजमाव की भी खबर आई। राज्य की राजधानी में शाम साढ़े पांच बजे तक औसतन 42.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पटना नगर निगम (पीएमसी) और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया कि भारी बारिश के बावजूद बेहद कम समय के अंदर पानी निकाल दिया गया।