Bihar Assembly Elections 2025: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने गुरुवार (10 अप्रैल) को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सीएम नीतीश कुमार को फिर कभी बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बनने देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रमुख अपनी आखिरी राजनीतिक पारी खेल रहे हैं। NDTV से बात करते हुए चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने किशोर ने नीतीश कुमार पर कई कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर उनके दिन अब गिने-चुने रह गए हैं।
किशोर ने कहा कि अगर RJD और कांग्रेस वाला 'इंडिया' ब्लॉक राज्य में सत्ता में वापस आता है, तो भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं होंगे। किशोर ने NDTV से कहा, "उन्होंने कोविड मैनेजमेंट में गड़बड़ी की। इससे लोग नाराज हैं। नीतीश कुमार अपनी आखिरी राजनीतिक पारी खेल रहे हैं। बीजेपी नीतीश कुमार को फिर कभी मुख्यमंत्री नहीं बनने देगी। और एनडीए बिहार में अगली सरकार नहीं बनाएगी। अगर 'इंडिया' ब्लॉक सत्ता में आता है, तो भी नीतीश कुमार को कभी मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा, इसलिए वे केवल पांच महीने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री हैं।"
जनवरी 2024 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था। हालांकि, कुछ समय बाद फिर से उन्होंने बीजेपी से हाथ मिला लिया। किशोर की जन सुराज पार्टी इस साल के अंत में होने वाला बिहार चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि वह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का सामना करने के लिए तैयार हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद चुनाव लड़ेंगे?
इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर पार्टी तय करती है तो वह निश्चित रूप से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राघोपुर निर्वाचन क्षेत्र से तेजस्वी को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार, पलायन और शासन की कमी जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। JDU के पूर्व उपाध्यक्ष किशोर पिछले कुछ महीनों से नीतीश कुमार पर लगातार जुबानी हमले कर रहे हैं।
इससे पहले, 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए एक इंटरन्यू में किशोर ने कहा था कि नीतीश का "खराब स्वास्थ्य" और उनका "नेतृत्व" इस चुनाव में दो सबसे बड़े निर्णायक कारक बनकर उभरेंगे। जब किशोर से पूछा गया कि इन चुनावों के नतीजों को निर्धारित करने वाले सबसे बड़े कारकों के बारे में उनकी राय क्या है?
इस सवाल पर उन्होंने कहा, "विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने वाले दो मुख्य कारक नीतीश का खराब स्वास्थ्य और उनका नेतृत्व हैं। जिस क्षण NDA उन्हें अपना सीएम चेहरा घोषित करता है और वह भीड़ को संबोधित करने में सक्षम नहीं होते हैं। लोग उनसे इतर देखने का मन बना सकते हैं।"