US tariff effect : इंजीनियरिंग गुड्स के एक्सपोर्टर्स का कहना है कि अमेरिका में डायरेक्ट एक्सपोर्ट लगभग ठप है लेकिन वो मैक्सिको और UAE के जरिए थोड़ा बहुत एक्सपोर्ट कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें डर सता रहा है कि जल्दी इसका कोई समाधान नहीं निकला तो उनके बायर्स वियतनाम या मलेशिया का रुख कर सकते हैं। इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्टर्स का कहना है कि वे ट्रंप टैरिफ का तोड़ निकाल रहे हैं। मेक्सिको और UAE के जरिए US में एक्सपोर्ट करने की कोशिश हो रही है।
एक्सपोर्टर्स का कहना है कि 50 फीसदी ट्रंप टैरिफ की वजह से भारतीय प्रोडक्ट्स काफी महंगे हो गए हैं। US बायर्स चीन के मुकाबले भारतीय प्रोडक्ट्स को तवज्जो दे रहे हैं। अच्छी क्वालिटी की वजह से भारतीय प्रोडक्ट्स की डिमांड ज्यादा है।
एक्सपोर्टर्स की सरकार से गुहार है कि उनको जल्द ही सहायता उपलब्ध कराई जाए। एक्सपोर्टर्स के लिए राहत पैकेज के एलान की की मांग की जा रही है। एक्सपोर्टर्स का कहना है कि सरकारी सहायता न मिलने पर उनके लिए वियतनाम और मलेशिया के हाथों US बायर्स को खोने का डर है।
वैसे जीएसटी में आम लोगों को राहत देने के बाद अब मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जुड़े बड़े मुद्दे पर कदम उठाने की तैयारी में है। सरकारी सूत्रों की माने तो केंद्र सरकार जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए भारी भरकम टैरिफ से प्रभावित निर्यातकों के लिए विशेष राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक प्रस्तावित योजनाओं में छोटे और मध्यम स्तर के निर्यातकों की नकदी की समस्या को दूर करना, वर्किंग कैपिटल पर बोझ घटाना और सबसे अहम नौकरियों की सुरक्षा बनाए रखना शामिल होगा। सरकार चाहती है कि जब तक निर्यातक अपने उत्पादों के लिए नए बाजार तलाश नहीं लेते, तब तक उन्हें प्रोडक्शन जारी रखने में कोई परेशानी न हो।