Uttarkashi Cloudburst : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को बारिश तबाही बनकर आई। बादल फटने के बाद अचानक आई भयंकर बाढ़, घरों और मकानों को तिनके की तरह बहा ले गया। बादल फटने से ऐसा मंजर सामने आया, जिसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाए। फिलहाल हादसे में 6 लोगों की जान चा चुकी है और 50 से भी ज्यादा लोग लापता हैं। वहीं हादसे के 24 घंटे बाद धराली के कैसे हैं हालात, जानें इस रिपोर्ट में।
#WATCH | Uttarakhand | Army personnel are conducting a search and rescue operation after a massive mudslide hit Dharali in Harsil pic.twitter.com/lkxLyOBBkX
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिया जायजा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने वहां जाकर हालात का जायज़ा लिया और मंगलवार को हुई दुखद घटना से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे कर्मचारियों से बातचीत की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जरूरतमंद लोगों तक समय पर मदद और जरूरी सामान पहुंचाया जाए।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि धराली क्षेत्र पूरी तरह से आपदा की चपेट में आ गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को हुई घटना के बाद कई चरणों में वहां मलबा आया, जिससे भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस आपदा ने सब कुछ तबाह कर दिया है। राहत कार्यों के तहत अब तक सेना के जवान करीब 190 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुके हैं। घायलों को भी रेस्क्यू कर उत्तरकाशी लाया जा रहा है। सरकार हर ज़रूरी व्यवस्था करने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है और उनके मार्गदर्शन में सभी आपदा पीड़ितों को पूरी सहायता दी जाएगी।
इंडियन एयरफोर्स ने शुरु किया ऑपरेशन
बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में खाने-पीने का सामान और जरूरी चीजें पहुंचाने के लिए दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। साथ ही, भारतीय वायु सेना का एक चिनूक हेलीकॉप्टर भारी मशीनें लेकर आ रहा है, ताकि सड़कों की मरम्मत, मलबा हटाने और अन्य ज़रूरी कामों में मदद मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाना और हालात को जल्द से जल्द सामान्य बनाना है। उन्होंने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए कि कोई भी प्रभावित परिवार मदद से वंचित न रहे।
उत्तरकाशी के हर्षिल इलाके में बादल फटने के कारण घाटी का संपर्क बाकी इलाकों से कट गया है। बरेली में मौजूद Mi-17 और ALH Mk-III हेलीकॉप्टर हाई अलर्ट पर रखे गए हैं, जबकि आगरा से An-32 और C-295 विमान राहत मिशन के लिए देहरादून पहुंच चुके हैं। बरेली और आगरा के वायुसेना स्टेशन को रात में ही सक्रिय कर दिया गया था ताकि राहत सामग्री पहुंचाई जा सके और भारतीय सेना के साथ मिलकर बचाव कार्य किया जा सके। हालांकि सुबह घना कोहरा और बारिश के कारण उड़ानों में कुछ दिक्कत आई, लेकिन जैसे ही मौसम थोड़ा साफ हुआ, भारतीय वायु सेना ने इस मौके का फायदा उठाकर नागरिक और सैन्य बलों के साथ मिलकर राहत और बचाव का संयुक्त अभियान तेज़ी से शुरू कर दिया।
लोगों ने बताया आंखों देखा हाल
उत्तरकाशी में मची तबाही के बाद प्रत्यक्षदर्शी सुमित ने बताया, "आपदा इतनी अचानक आई कि लोगों को भागने का भी समय नहीं मिला। कई लोग लापता हैं और उनकी मौत की आशंका है। बाढ़ सिर्फ 10 सेकंड के लिए आई थी, उसके बाद पानी का बहाव सामान्य हो गया।" वहीं एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी रोशन ने बताया, "यह घटना दोपहर करीब 1:30 बजे हुई। हालात बहुत डरावने और खतरनाक थे। अचानक आई बाढ़ में कई घर बह गए। अच्छा लगा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंचे और हालात का जायज़ा लिया।"