सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक यानि कि सरकारी बैंक चालू वित्त वर्ष 2025-26 में करीब 50,000 कर्मचारियों की भर्ती करेंगे। ऐसा बढ़ती कारोबारी जरूरतों और विस्तार के लिए किया जाएगा। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विभिन्न बैंकों से जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार कुल नई भर्तियों में से करीब 21,000 अधिकारी होंगे। बाकी क्लर्क सहित अन्य कर्मचारी होंगे।
12 बैंकों सरकारी में से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) इस वित्त वर्ष में स्पेशलाइज्ड ऑफिसर्स समेत करीब 20,000 लोगों को हायर करने जा रहा है। प्रोसेस को शुरू करते हुए SBI ने देशभर में अपनी शाखाओं में ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए पहले ही 505 प्रोबेशनरी ऑफिसर (POs) और 13455 जूनियर एसोसिएट्स की भर्ती कर ली है। इन 13455 जूनियर एसोसिएट्स के जरिए 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खाली पदों को भरा जाएगा।
SBI में मार्च तक थे 2.36 लाख कर्मचारी
मार्च 2025 तक SBI में कुल 2,36,226 कर्मचारी थे। इसमें से पिछले वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर तक 1,15,066 अधिकारी थे। पिछले वित्त वर्ष के लिए एवरेज हायरिंग कॉस्ट प्रति फुल टाइम एंप्लॉयी 40,440.59 रुपये थी। SBI से हर साल 2 प्रतिशत से कम कर्मचारी नौकरी छोड़ते हैं।
PNB और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कितने लोगों की करेंगे हायरिंग
देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) चालू वित्त वर्ष 2025-26 में अपने कर्मचारियों की संख्या में 5500 से ज्यादा की बढ़ोतरी का लक्ष्य लेकर चल रहा है। मार्च 2025 तक PNB में कुल 1,02,746 कर्मचारी थे। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया चालू वित्त वर्ष के दौरान लगभग 4,000 कर्मचारियों को हायर करने की तैयारी में है।
वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) से कहा है कि वे ऑपरेशंस बढ़ाने के बाद सब्सिडियरीज में अपने निवेश को मॉनेटाइज करने के लिए उन्हें शेयर बाजार में लिस्ट कराने पर विचार करें। इससे उन्हें अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सकेगा। पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि मीडियम से लॉन्ग टर्म में IPO या विनिवेश (Divestment) के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की लगभग 15 सब्सिडियरी या जॉइंट वेंचर तैयार हैं।