Eid 2025 Mehndi Design: अगर आपको मेहंदी लगाने का शौक है तो ये बात जरूर नोटिस की होगी कि अरेबिक डिजाइन की मेहंदी बहुत ही खूबसूरत और सफाई से लगाई जाती है।
Eid 2025 Mehndi Design: मेहंदी की परंपरा अरब देश से शुरू होकर बाद में फारस (ईरान), मिस्र, और फिर दक्षिण एशिया में फैली।
Eid 2025 Mehndi Design: शुरुआत में महिलाएं सिर्फ हथेलियों और पैरों पर साधारण गोल और फूलों जैसे छोटे डिजाइन ही बनाती थीं।
Eid 2025 Mehndi Design: बदलते समय के साथ इस्लामी सभ्यता में कला और वास्तुकला का प्रभाव मेहंदी के डिजाइनों पर साफ नजर आने लगा
Eid 2025 Mehndi Design: इस्लामिक कला में जियोमेट्री पैटर्न, फूलों के डिजाइन और अरबी कैलीग्राफी का खास महत्व है जिसका असर मेहंदी के डिजाइन पर भी साफ नजर आता है
जियोमेट्री पैटर्न: इस्लामिक कला में एकरूपता और जियोमेट्री डिजाइन खास होती हैं। मेहंदी डिजाइन में भी ये पैटर्न काफी लोकप्रिय हैं, जैसे – सितारे, चौकोर और जालीनुमा डिजाइन।
अरबी कैलीग्राफी: कई इस्लामी शादियों में मेहंदी डिज़ाइनों में "अल्लाह" या "बिस्मिल्लाह" जैसे शब्द भी अरबी कैलीग्राफी में लिखे जाते हैं।
फूलों और बेलों के डिजाइन: इस्लाम में नेचर को अल्लाह की खूबसूरत रचना मानी जाती है, इसलिए मेहंदी में फूल-पत्तियों और बेलों के डिज़ाइन अधिक प्रचलित हुए।
अरबी मेहंदी: इसमें बड़े, बोल्ड डिजाइन और खाली जगह अधिक होती है। यह शैली इस्लामी देशों में ज्यादा लोकप्रिय है।
मुगल मेहंदी: भारत में मुगल शासन के दौरान मेहंदी के डिजाइन में फारसी और भारतीय कला का मिश्रण हुआ। इसमें जालीनुमा, पत्तियां, और फूलों के जटिल डिज़ाइन देखने को मिलते हैं।
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मोरक्कन मेहंदी: इसमें तीखे कोनों, ज्यामितीय आकृतियों और त्रिकोणीय पैटर्न का इस्तेमाल किया जाता है, जो इस्लामिक वास्तुकला से प्रेरित होता है