उत्तर भारतीय लंच की थाली में कढ़ी-चावल, छोले-चावल और राजमा-चावल हमेशा से ही खास जगह रखते हैं। इनमें से राजमा न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि पोषण के मामले में भी बेहतरीन है। यह प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड से भरपूर होता है। वेजिटेरियनों के लिए यह प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत है। इसके अलावा, राजमा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। सही तरीके से पका राजमा पेट को लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और सेहतमंद लंच का मजा दोगुना कर देता है।
स्वास्थ्य के लिहाज से राजमा का महत्व
डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कब्ज जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोग राजमा को अपनी डाइट में शामिल करें। हालांकि बाहर का राजमा अक्सर तेल और मसालों से भारी होता है, जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है। एक्स्ट्रा ऑयल और नमक शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकते हैं। इसलिए घर पर बिना तेल राजमा बनाना एक हेल्दी विकल्प है, जो स्वाद में भी बिल्कुल फीका नहीं पड़ता।
बिना तेल राजमा बनाने की सामग्री
सब्जियों का पेस्ट तैयार करें
पैन में पानी गरम करें। टमाटर, प्याज और अदरक डालकर 5 मिनट उबालें। हल्का ठंडा होने पर मिक्सी में पीस लें।
धनिया के बीज, जीरा और साबुत लाल मिर्च को बिना तेल धीमी आंच पर भूनें और पीसकर पाउडर बना लें।
पैन गरम करें। टमाटर वाला पेस्ट डालें और भुने मसालों का पाउडर मिलाएं। नमक और हरी मिर्च डालकर थोड़ी देर पकाएं।
राजमा मिलाएं और गाढ़ा करें
उबले हुए राजमा डालें। हल्का भूनने के बाद पानी मिलाएं और कसूरी मेथी डालकर राजमा गाढ़ा होने तक पकाएं।
ऊपर से कटी हरी धनिया डालें और गरमा-गरम जीरा राइस के साथ सर्व करें।