गुलाब को हमेशा से “गार्डन का राजा” माना जाता है। इसकी नाजुक पंखुड़ियां और मीठी खुशबू हर बगीचे की शोभा बढ़ा देती हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम पूरी मेहनत से गुलाब लगाते हैं, रोज पानी देते हैं, खाद डालते हैं, फिर भी पौधा सिर्फ हरी-भरी पत्तियों से भर जाता है और एक भी फूल नहीं खिलता। ये समस्या ज्यादातर लोगों को परेशान करती है क्योंकि गुलाब का पौधा देखने में स्वस्थ लगता है, लेकिन फूल न आने से सारी मेहनत बेकार महसूस होती है। दरअसल, इसके पीछे कुछ ऐसी गलतियां होती हैं, जिन पर हम ध्यान नहीं देते
जैसे पौधे को सही जगह न लगाना, मिट्टी का ठीक न होना, पानी देने का गलत तरीका या पौधे में लगने वाले कीट। अगर आप भी अपने बगीचे में गुलाब को फिर से खिलता देखना चाहते हैं, तो आपको अपनी गार्डनिंग आदतों में थोड़ा बदलाव करना होगा।
मिट्टी को बनाइए गुलाब के लायक
गुलाब को सिर्फ मिट्टी नहीं, सही मिट्टी चाहिए। पानी निकासी अच्छी होनी चाहिए ताकि जड़ें सड़ें नहीं। मिट्टी में गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट मिलाकर उसे पौष्टिक बनाएं। मिट्टी का pH 6.0–6.5 के बीच रखना जरूरी है ताकि पौधा अच्छे से पोषण सोख सके।
गुलाब को रोजाना 6 से 8 घंटे की सीधी धूप चाहिए। अगर पौधा अंधेरी जगह रखा है तो फूल आने की उम्मीद न करें। साथ ही मिट्टी को हल्का-सा खोदते रहें ताकि जड़ों तक हवा पहुंचे और पौधे में नई जान आ सके।
पानी देने का समय और तरीका समझें
गुलाब को रोज पानी चाहिए, लेकिन सही तरीके से। पत्तियों पर पानी न गिरने दें क्योंकि इससे फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है। बस जड़ों को हल्का गीला रखें। गर्मियों में थोड़ा ज्यादा और सर्दियों में कम पानी दें।
गुलाब की पत्तियों पर सफेद मक्खी और मकड़ी जल्दी हमला कर देते हैं। महीने में एक बार नीम तेल का स्प्रे करें। हल्के शैंपू का घोल भी पत्तियों पर छिड़क सकते हैं, जिससे कीट और फंगस दोनों भाग जाते हैं।
गुलाब लगाकर भूलना नहीं है। हर 15 दिन में खाद डालें, सूखी डालियों को काटें और मिट्टी को ढीला करें। ये पौधे को नई ऊर्जा देता है और फूल आने की रफ्तार बढ़ाता है।