अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की वोटों की गिनती हो चुकी है। राज्य में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बन रही है। सूबे में विधान सभा की 60 सीटें हैं। बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत होती है। बीजेपी पहले ही 10 सीटों पर निर्विरोध जीत चुकी थी। वोटों की गिनती के बाद बीजेपी ने 46 सीटों पर जीत हासिल की है। नेशनल पीपुल्स पार्टी-एनपीईपी को 5 सीटें मिलीं हैं। कांग्रेस को 1 सीटे, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) को 2 सीटें अन्य को 3 सीटें मिली हैं। अरुणाचल में जीत के बाद पीएम मोदी ने बधाई दी है। अरुणाचल की राजधानी ईटानगर में दिवाली जैसा माहौल नजर आ रहा है। ईटानगर स्थित बीजेपी के दफ्तर के बाहर पार्टी कार्यकर्ता पटाखे फोड़ रहे हैं।
अरुणाचल प्रदेश के खोन्सा पूर्व विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार वांगलाम साविन विजयी हुए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी उम्मीदवार कामरंग तेसिया को 2,216 वोटों से हरा दिया है। अरुणाचल प्रदेश में 60 विधानसभा सीट के लिए वोटों की गिनती सुबह से शुरू हो चकी थी। अरुणाचल प्रदेश में चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए एक साथ मतदान हुआ था।
अरुणाचल में फिर खिल रहा कमल, विपक्षी बहुत पीछे
अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी 46 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है। अरुणाचल प्रदेश में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतारे थे। नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) राज्य की दो अन्य महत्वपूर्ण पार्टियां भी मैदान में रहीं। भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश की बोमडिला, चौखम, ह्युलियांग, ईटानगर, मुक्तो, रोइंग, सागली, ताली, तलिहा और जीरो-हापोली सहित 10 सीटें निर्विरोध जीती हैं। उसमें से दो सीटें मुख्यमंत्री पेमा खांडू और डिप्टी सीएम चाउना मीन की भी थीं। सूबे में पहले से ही बीजेपी की सरकार है।
अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी को मिली बहुमत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां की जनता को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि धन्यवाद अरुणाचल प्रदेश! इस अद्भुत राज्य की जनता ने विकास की राजनीति को स्पष्ट जनादेश दिया है। हमारी पार्टी राज्य के विकास के लिए और भी अधिक जोश के साथ काम करती रहेगी।
अरुणाचल प्रदेश कभी असम का हिस्सा रहा है। ब्रिटिश शासकों ने 1838 में इसे अपने राज्य में शामिल किया। स्वतंत्रा के बाद और 1962 से पहले अरुणाचल प्रदेश नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर (नेफा) के नाम से जाना जाता था। 1972 में इसे केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया। इसका नाम अरुणाचल प्रदेश रखा गया। इसके बाद 20 फरवरी 1987 को अरुणाचल प्रदेश को भारत के 24वें राज्य के रूप में पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। अरुणाचल प्रदेश को भारत में सूर्य के उगने का प्रदेश कहा जाता है।