CG Election 2023: 'INDIA गुट में एक साथ, लेकिन...' छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी AAP, दूसरी लिस्ट जारी
CG Election 2023: AAP की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की गई लिस्ट में पार्टी की राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह और रायपुर के पार्षद तरुण वैध का नाम शामिल है। इसके साथ, पार्टी ने अब कांग्रेस शासित राज्य में 22 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं, जहां 90 सदस्यीय विधानसभा है और जहां साल के आखिर तक चुनाव होने हैं
CG Election 2023: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी AAP
CG Election 2023: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election) के लिए 12 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी लिस्ट जारी की। AAP की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की गई लिस्ट में पार्टी की राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह और रायपुर के पार्षद तरुण वैध का नाम शामिल है। साथ ही पार्टी ने ये भी साफ कर दिया कि भले ही राष्ट्रीय स्तर पर वो INDIA गुट का हिस्सा हो, लेकिन राज्य विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी।
इसके साथ, पार्टी ने अब कांग्रेस शासित राज्य में 22 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं, जहां 90 सदस्यीय विधानसभा है और जहां साल के आखिर तक चुनाव होने हैं। इन 12 सीटों में से चार अनुसूचित जनजाति (ST) उम्मीदवारों के लिए और दो अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।
'हम मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं'
आम आदमी पार्टी ने ये भी ऐलान कर दिया कि वो राज्य में कांग्रेस के खिलाफ ही चुनाव लड़ेगी। आम आदमी पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी संजय झा ने कहा कि हम कांग्रेस को सपोर्ट नहीं करेंग। हम पूछे नहीं हटेंगे और मजबूती से चुनाव लड़ेंगे।
दैनिक भास्कर से बात करते हुए आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर संजय झा ने कहा कि मुझे लगता है ये कुछ लोगों के दिमागी उपज या किसी तरह का प्रोपेगेंडा है।
उन्होंने कहा, "हम मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं। मालूम नहीं ये अफवाह कहां से आ रही है और कौन लोग इसे फैला रहे हैं और इसका क्या कारण है। इसमें किसी भी तरह के सच्चाई नहीं है।"
साथ ही उन्होंने ये भी साफ किया कि भले ही AAP, INDIA गुट में कांग्रेस के साथ है, लेकिन विधानसभा चुनाव में वो उसके खिलाफ मैदान में उतरेगी।
उन्होंने केंद्री की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "देश में अघोषित आपातकाल जैसा माहौल है और एक अजीबो गरीब स्थिति से गुजर रहा है। केंद्री में बैठी सरकार सभी कॉन्स्टीट्यूशनल मशीनरी को खत्म करने की कोशिश कर रही है। सभी स्वतंत्र एजेंसियों को अपने टूल की तरह इस्तेमाल कर रही है। ऐसे में जनतंत्र कैसे रहेगा, इसलिए सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ मिल कर आई हैं, जिसे हमने I.N.D.I.A नाम दिया है।"
झा ने आगे कहा, "भले ही हम I.N.D.I.A में साथ हैं, लेकिन प्रदेश में अगर कांग्रेस की सरकार करप्शन करती है, तो इसका मतलब ये नहीं कि उसे छूट मिल जाए।" हालांकि, आम आदमी पार्टी पहले ही छत्तीसगढ़ की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है।
पिछले चुनाव में क्या थी AAP की स्थिति?
AAP ने छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमाई थी और कुल 90 सीटों में से 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन राज्य में अपना खाता खोलने में असफल रही। पार्टी ने पिछले महीने दस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की घोषणा की थी।
PTI के मुताबिक, राज्य में AAP के मीडिया मामलों को संभालने वाले अनुपम सिंह ने कहा, पार्टी की राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह को बिल्हा और पार्षद को रायपुर ग्रामीण सीटों से मैदान में उतारा गया है।
लिस्ट में दूसरे उम्मीदवार हैं- राजा राम श्याम (प्रतापपुर-ST), देव प्रसाद कोशले (सारंगढ़-SC), विजय जयसवाल (खरसिया), पंकज मेस (कोटा), डॉ उज्ज्वला कराडे (बिलासपुर), धरम दास भार्गव (मस्तूरी-SC), नंदन सिंह (रायपुर पश्चिम), संत राम सलाम (अंतागढ़-ST), जुगलकिशोर बोध (केशकाल-ST) और बोमदा राम मंडावी (चित्रकोट-ST)।
छत्तीसगढ़ में हमेशा ही बीजेपी और कांग्रेस के बीच चुनावी जंग देखी जाती है। हालांकि, 2018 के चुनावों में तीसरे मोर्चे की भी एंट्री हुई। जब पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (J) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने गठबंधन किया था। दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा और सात सीटें हासिल कीं।
कांग्रेस ने 2018 के चुनावों में 68 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की थी और आराम से सरकार बनाई थी। बीजेपी 15 सीटों पर सिमट गई, जबकि JCC(J) को 5 और BSP को 2 सीटें मिलीं। कांग्रेस की मौजूदा ताकत 71 है।
इस बार AAP की नजर राज्य में पैठ बनाने पर है, क्योंकि 2020 में अजीत जोगी के निधन के बाद JCC(J) लगभग हाशिये पर धकेल दी गई है।
जुलाई में, विपक्षी बीजेपी ने 21 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की थी, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।