अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (AAP) के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाए जाने के आरोपों को लेकर बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने आरोप लगाया कि BJP मतदाताओं, ज्यादातर दलित, अनुसूचित जाति और पूर्वांचल से संबंधित मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश रच रही है।
केजरीवाल ने दावा किया, ‘‘हमने 3,000 पन्नों के सबूत सौंपे हैं, जिनसे पता चलता है कि कैसे बीजेपी बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश रच रही है।" उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने कई आश्वासन दिए, जिनमें यह भी शामिल है कि सही वैरिफिकेशन के बिना बड़े पैमाने पर नाम नहीं हटाए जाएंगे।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी जिक्र किया कि मतदाताओं के नाम हटाए जाने के मामलों में बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) की ओर से अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जांच की जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पांच से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन करता है, तो इसकी जांच संबंधित उपमंडल मजिस्ट्रेट (SDM) की ओर से की जाएगी।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने AAP को संदिग्ध रूप से नाम हटाने का अनुरोध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
AAP के डेलिगेशन में कौन-कौन नेता?
प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और राघव चड्ढा तथा पार्टी नेता जैस्मीन शाह शामिल थे। केजरीवाल ने बैठक को सफल बताया और चुनाव आयोग का आभार जताया।
लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रही आप ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चुनाव को प्रभावित करने के लिए मतदाता सूची में हेरफेर के प्रयास का आरोप लगाया है।