दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को चुनाव के दौरान मतदान प्रणाली के कई पहलुओं पर अलग-अलग दलों की ओर से उठाई गई चिंताओं को संबोधित किया। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि EVM ने बार-बार न्यायिक जांच की परीक्षा पास की है और 42 अलग-अलग मौकों पर देश की सर्वोच्च अदालतों का विश्वास हासिल किया है। वोटिंग लिस्ट में हेराफेरी, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ और मतदाता मतदान संख्या में खामियों के दावों को खारिज करते हुए चुनाव आयोग प्रमुख ने कहा, "आज जवाब तो बनता है।"
दिल्ली में चुनाव 5 फरवरी को होंगे और मतगणना 8 फरवरी को होगी। राजीव कुमार ने कहा कि EVM में छेड़छाड़ नहीं की जा सकती, जिससे धांधली और हैकिंग असंभव हो जाती है। उन्होंने छेड़छाड़ के आरोपों को "निराधार" बताया और इस बात पर जोर दिया कि चुनाव आयोग ने हमेशा चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही को तवज्जो दी है।
कुमार ने कहा, "EVM को हैक नहीं किया जा सकता। हेरफेर के हर दावे की गहन जांच की गई है और उसे खारिज किया गया है। इस तकनीक ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांतों को लगातार कायम रखा है।"
उन्होंने कहा, "42 अलग-अलग मौकों पर न्यायपालिका ने EVM में भरोसा जताया है। ये मशीनें सालों के तकनीकी विकास का प्रतिनिधित्व करती हैं और राष्ट्रीय गौरव का विषय हैं।"
कुमार ने वोटर लिस्ट में में कथित हेराफेरी के आरोपों पर भी चिंता जताई। दिल्ली विधानसभा चुनावों में ये मुद्दा इस बार काफी चर्चा में है।
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोपों पर CEC का जवाब
आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस सहित राजनीतिक दलों ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगाया है और गलत तरीके से नाम हटाए और जोड़े जाने का दावा किया है।
आरोपों का जवाब देते हुए कुमार ने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग वोटर लिस्ट में किसी भी बदलाव के लिए उचित प्रक्रिया का सख्ती से पालन करता है।
उन्होंने कहा, "वोटर लिस्ट तैयार करना एक पारदर्शी प्रक्रिया है, जिसमें हर स्तर पर राजनीतिक दल शामिल होते हैं। ये आरोप निराधार हैं। डिस्क्लोजर हमारा मुख्य स्तंभ है, और विस्तृत दिशानिर्देश और डेटासेट हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।"
AAP ने BJP पर उन विधानसभा क्षेत्रों में नाम हटाने का आरोप लगाया है, जहां उसका मजबूत वोटर बेस है। AAP नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिसंबर में दावा किया था कि BJP ने शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट से 11,000 से ज्यादा नाम हटाने की कोशिश की थी। केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र नई दिल्ली में भी इसी तरह का "ऑपरेशन लोटस" चल रहा था।