कभी बीजेपी की प्रचार सामग्री पर हावी रहने वाले केंद्रीय मंत्री और दो बार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की तस्वीर बड़ी रैलियों के दौरान भी पार्टी के पोस्ट से गायब है। असंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हाल ही में हुई रैली में मंच पर लगे बड़े पोस्टर से खट्टर की तस्वीर गायब थी। बड़ी बात ये है कि असंध करनाल लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां से मनोहर लाल सांसद हैं।
तब से अटकलें तेज हो गईं कि शायद हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता विरोधी भावनाओं का मुकाबला करने के लिए ये भी पार्टी का कोई कदम हो सकता है।
क्या सोच रहे हैं पार्टी कार्यकर्ता?
भले ही BJP खट्टर की "योग्यता के आधार पर नौकरियां" पहल पर सवार है, जिसने युवा मतदाताओं का दिल जीतने के लिए 'पारची' और 'खर्ची' (भाई-भतीजावाद और रिश्वतखोरी) जैसी प्रथाओं को खत्म कर दिया और नेगेटिव कैंपनिंग का मुकाबला किया, लेकिन पोस्टर पर उनकी तस्वीर नहीं होने ने भौंहें चढ़ा दी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो पार्टी कार्यकर्ता सोच रहे हैं कि क्या यह सीएम नायब सिंह सैनी जैसे नए नेतृत्व पर ज्यादा जोर देने के लिए पार्टी की ओर से एक जानबूझकर उठाया गया कदम है, जो पार्टी की वर्तमान चुनावी रणनीति के केंद्र में रहे हैं।
इसे नजरअंदाज करने मुश्किल
कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि खट्टर की तस्वीर की नहीं होने को नजरअंदाज करना मुश्किल है, खासकर उनके ही निर्वाचन क्षेत्र की रैली में।
उनका कहना है कि उनकी तस्वीर पोस्टरों से गायब है और यह चुनाव में सत्ता विरोधी लहर के असर को कम करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
Tribune India ने राजनीतिक विश्लेषक और इंदिरा गांधी नेशनल कॉलेज, लाडवा के प्रिंसिपल डॉ. कुशल पाल के हवाले से कहा, "हालांकि बीजेपी सीएम नायब सिंह सैनी जैसे अपने नए चेहरों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सत्ता विरोधी लहर को लेकर चिंताएं हो सकती हैं, खासकर तब जब खट्टर साढ़े नौ साल से सत्ता में थे।"
मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं BJP नेता
BJP नेता गायब तस्वीर के बारे में चुप्पी साधे रहे, लेकिन उन्होंने तुरंत कहा कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। असंध विधानसभा चुनवा के संयोजक यशपाल ठाकुर ने कहा, “बैकग्राउंड के डिजाइन को राज्य इकाई से अंतिम रूप दिया गया था। हम भविष्य में ध्यान रखेंगे।”
पार्टी उम्मीदवार और जिला अध्यक्ष योगिंदर राणा ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और योग्यता आधारित नौकरियों और विकास परियोजनाओं पर फोकस करने पर जोर डाला।
'सभी की तस्वीरें लगाना हमेशा संभव नहीं होता'
राज्य मीडिया सह-प्रभारी शमशेर खरक ने कहा कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की तस्वीरें सभी रैली वाली जगहों पर नहीं लगाई गईं, क्योंकि हरियाणा से दो और केंद्रीय मंत्री भी हैं और सभी कार्यक्रमों में उन सभी की तस्वीरें लगाना हमेशा संभव नहीं होता है।
कांग्रेस ने अभी से ही बीजेपी की खट्टर के प्रति वफादारी पर सवाल उठाकर हमला बोलना शुरू कर दिया है। पूर्व विधायक और असंध से कांग्रेस उम्मीदवार शमशेर सिंह गोगी ने कहा, “अगर बीजेपी को अपने शासन पर इतना गर्व है, तो उनके पूर्व सीएम पोस्टरों से गायब क्यों हैं? यह साफ-साफ उनके साढ़े नौ साल के कार्यकाल की विफलता की मंजूरी है।”