Haryana Election 2024: हरियाणा में ‘लालों के लाल चुनाव मैदान में’, कुछ अपने ही सगों के खिलाफ उतरे
Haryana Assembly Polls: अगले महीने होने जा रहे इस चुनाव के लिए, इन प्रमुख राजनीतिक परिवारों के कई सदस्यों को कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (BJP), इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और जननायक जनता पार्टी (JJP) ने उम्मीदवार बनाया है। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होना है और मतगणना आठ अक्टूबर को होगी
Haryana Election 2024: हरियाणा में ‘लालों के लाल चुनाव मैदान में’
हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में, राज्य के तीन मशहूर ‘लाल’ के कई सगे-संबंधी भी मैदान में उतरे हैं और उनमें से कुछ के एक दूसरे के खिलाफ उतरने से चुनावी मुकाबला दिलचस्प हो गया है। हरियाणा को 1966 में अलग राज्य बनाए जाने के बाद से इसकी राजनीति तीन मशहूर ‘लाल’ के इर्द-गिर्द घूमती रही है -- देवीलाल, जिन्हें ‘‘ताऊ’’ देवीलाल के नाम से जाना जाता है, भजनलाल और बंसीलाल। ये सभी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। देवीलाल, देश के उप प्रधानमंत्री भी रहे थे।
अगले महीने होने जा रहे इस चुनाव के लिए, इन प्रमुख राजनीतिक परिवारों के कई सदस्यों को कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (BJP), इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और जननायक जनता पार्टी (JJP) ने उम्मीदवार बनाया है। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होना है और मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।
भिवानी जिले में तोशाम विधानसभा सीट पर, दिवंगत बंसीलाल के दो पोतों के बीच मुकाबला होने वाला है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के पूर्व कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी बंसीलाल के पोते हैं और उनका मुकाबला अपनी चचेरी बहन और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी से है, जो भाजपा उम्मीदवार हैं।
श्रुति, BJP नेता किरण चौधरी और बंसीलाल के दिवंगत बेटे सुरेंद्र सिंह की बेटी हैं। वहीं, अनिरुद्ध रणबीर सिंह महेंद्र के बेटे हैं। BCCI के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र, और सुरेंद्र भाई थे।
तोशाम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किरण चौधरी कर रही थीं, लेकिन उन्होंने पिछले महीने विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद BJP ने राज्यसभा चुनाव के लिए उन्हें हरियाणा से उम्मीदवार बनाया और वह निर्विरोध जीत गईं।
डबवाली सीट पर भी रोचक मुकाबला
केवल तोशाम ही नहीं, सिरसा जिले में डबवाली सीट पर भी रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। इस सीट पर अभी कांग्रेस का कब्जा है।
डबवाली से, देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल इनेलो उम्मीदवार हैं। वह JJP के दिग्विजय सिंह चौटाला के खिलाफ मैदान में उतरे हैं, जो पूर्व उप प्रधानमंत्री (देवीलाल) के परपौत्र हैं।
आदित्य देवीलाल, चौधरी देवीलाल के सबसे छोटे बेटे जगदीश के बेटे हैं। आदित्य बीजेपी छोड़कर रविवार को इनेलो में शामिल हो गए और उन्हें डबवाली से उम्मीदवार बनाया गया।
INLD और JJP के मायावती और चंद्रशेखर से गठबंधन
हरियाणा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन कर लड़ रहे इनेलो में शामिल होने से पहले, आदित्य ने अपने ताऊ और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के सिरसा स्थित आवास पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया।
दिग्विजय सिंह चौटाला, JJP नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के भाई हैं। JJP, चंद्रशेखर आजाद नीत आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है।
JJP का नेतृत्व दुष्यंत और दिग्विजय के पिता और पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला कर रहे हैं।
आदमपुर सीट से भजनलाल के पोते
हिसार जिले में आदमपुर सीट से, बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई को उम्मीदवार बनाया है। भव्य, वर्तमान में आदमपुर से विधायक हैं। उनके पिता कुलदीप बिश्नोई BJP के वरिष्ठ नेता हैं।
सिरसा जिले में रानिया सीट पर भी रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है, क्योंकि देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह चौटाला ने BJP से टिकट नहीं मिलने के बाद कहा था कि वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
INLD ने देवीलाल के प्रपौत्र अर्जुन चौटाला को रानिया से उम्मीदवार बनाया है और यह विधानसभा सीट भी सिरसा जिले में है। अर्जुन के पिता इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला हैं।
JJP के बारे में इनेलो के आदित्य देवीलाल ने मीडिया से कहा, "पार्टी लोगों से कहा करती थी कि यह (सिरसा क्षेत्र) उनकी ‘जन्मभूमि’ और ‘कर्मभूमि’ है, लेकिन कभी-कभी वे उचाना (जहां से दुष्यंत चुनाव लड़ रहे हैं), कभी भिवानी (जहां से अजय चौटाला सांसद रहे थे), कभी डबवाली चले जाते हैं। लेकिन लोग समझदार हैं, वे जानते हैं...।’’
इनेलो में शामिल होने के बाद, अभय चौटाला ने गांव में एकत्र लोगों से आग्रह किया, "आदित्य को इतना समर्थन दें कि जो लोग उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, वे नामांकन दाखिल करने से पहले यह सोचने पर मजबूर हो जाएं कि चुनावी मुकाबले में उनका क्या हश्र होने वाला है।"
दिग्विजय चौटाला को जीत की उम्मीद
हालांकि, JJP के दिग्विजय चौटाला इसे लेकर आश्वस्त हैं कि वह डबवाली सीट ‘‘काफी वोटों के अंतर’’ से जीतेंगे। इस बीच, अर्जुन चौटाला ने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि रानिया के लोग अपना आशीर्वाद देंगे और हमारी पार्टी को विजयी बनाएंगे।"
रणजीत चौटाला के बारे में अर्जुन ने कहा, "उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है, लेकिन मुझे लगता है कि इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है।"
इस साल हुए लोकसभा चुनाव में देवीलाल परिवार के तीन सदस्य -- देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह चौटाला, जो निर्दलीय विधायक हैं और लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हो गए थे; जजपा विधायक नैना चौटाला, जो जजपा प्रमुख एवं देवीलाल के पोते अजय सिंह चौटाला की पत्नी हैं; और इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के चचेरे भाई रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला (47) -- ने हिसार संसदीय सीट पर एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
हालांकि, उनमें से कोई भी जीत हासिल नहीं कर सका और हिसार सीट कांग्रेस उम्मीदवार ने जीती। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला भी कुरुक्षेत्र संसदीय सीट से प्रत्याशी थे लेकिन इस सीट पर भाजपा के नवीन जिंदल ने जीत दर्ज की।