जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला को हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच अपनी 'गलती का एहसास' हो रहा है। उन्होंने तीन केंद्रीय कानूनों के विरोध में हुए किसान आंदोलन के दौरान बीजेपी के साथ रह कर गठबंधन सरकार चलाने को अपनी गलती बताया। साथ ही JJP नेता ने नूंह हिंसा को भी तत्कालीन सरकार का फेल्योर बताया। दुष्यंत चौटाला ने इस बार पार्टी की स्थिति और ज्यादा मजबूत होने का दावा किया।
मेवात में चुनावी सभा करने के बाद News18 से खास बातचीत में जब दुष्यंत चौटाला से पूछा गया कि क्या आप ऑन कैमरा ये कहेंगे कि आप आगे अब बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे? इस पर JJP नेता ने खुलकर कहा कि मैंने किसान आंदोलन में उनका साथ दिया ये गलती रही मेरी।
उन्होंने आगे कहा, "अगर मैं उनका साथ न देता, तो आज शायद परिस्थिति कुछ होती।" जब उनसे पूछा कि क्या आपको लगता है कि इस्तीफा दे देना चाहिए था...तो चौटाला ने कहा कि जनभावनाएं तो यही चाह रही थीं और राजनीति में जनभावनाओं को मानना पड़ता है।
वहीं नंहू हिंसा के मामले पर पिछली सरकार खामियों के बारे में पूछे जाने पर पूर्व डिप्टी CM ने कहा कि ये फेल्योर ही रहा, जब SP छुट्टी पर चला जाए और ऐसी घटना हो, तो फिर किसकी फेल्योर होगा।
उन्होंने आगे कहा, "मैंने तो पहले ही खुल कर कहा था कि कहीं न कहीं ये इस शांतिपूर्वक क्षेत्र को भड़काने का प्रयास किया गया है।"
JJP-ASP गठबंधन लाएगा बदलाव
इससे पहले उन्होंने कहा था जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) के गठबंधन को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और यह गठबंधन हरियाणा में बड़ा बदलाव लाकर दिखाएगा।
उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार, जनता बीजेपी से नाखुश है और कांग्रेस को वोट नहीं देना चाहती है, ऐसे हालातों में JJP-ASP का गठबंधन जनता के लिए बड़ा विकल्प बन गया है।
चौटाला ने कहा कि प्रदेश में बदलाव की लहर चल पड़ी है और जनता इस बदलाव के दौर में JJP-ASP का बढ़-चढ़कर साथ दे रही है।
ASP प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया कि दोनों राष्ट्रीय दल - कांग्रेस और BJP - कभी हरियाणा का भला नहीं कर सकते और न ही ये दोनों पार्टियां गरीब, किसान व मजदूर वर्ग को आगे बढ़ाने की सोच रखती हैं।