एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव में, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के भतीजे रमित खट्टर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। यह कदम रोहतक के विधायक भारत भूषण बत्रा की मौजूदगी में हुआ। रामित के दलबदल को BJP के लिए एक बड़े झटके की तरह देखा जा रहा है। खासकर हरियाणा के प्रमुख नेता के साथ उनके पारिवारिक संबंधों को देखते हुए। इस घटनाक्रम का राज्य के राजनीति पर असर पड़ सकता है।
रमित खट्टर मनोहर लाल खट्टर के भाई जगदीश खट्टर के बेटे हैं। साल 2020 में रमित उन दो चश्मदीद गवाहों में से एक थे, जब 7 दिसंबर को एक वन अधिकारी वीएस गिल ने मुख्य वन संरक्षक (उत्तर), जी रमन के साथ अंबाला कार्यालय में कथित तौर पर मारपीट की थी।
9 दिसंबर को बलदेव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई FIR में रमित खट्टर और उनके दोस्त और बराड़ा के BJO कार्यकर्ता रजत मलिक का नाम शामिल था।
मुख्य वन संरक्षक (उत्तर) जी रमन की शिकायत पर दर्ज की गई FIR में लिखा गया, “यह आपके संज्ञान में लाया गया है कि 7 दिसंबर को, वीरेंद्र गिल, प्रभागीय वन अधिकारी, कुरुक्षेत्र ने अधोहस्ताक्षरी के साथ दुर्व्यवहार और हाथापाई की थी और वन परिसर, कंपनी बाग, अंबाला शहर में मेरे ऑफिस रूम में दिल्ली के रहने वाले जगदीश के पुत्र रमित और बराड़ा, अंबाला निवासी राजेंद्र के पुत्र रजत की मौजूदगी में जान से मारने की धमकी दी थी।"
जब रमित से पूछा गया कि क्या वह हरियाणा के मुख्यमंत्री के रिश्तेदार हैं, तो उन्होंने हां में जवाब दिया। रमित खट्टर तत्कालीन मुख्यमंत्री के भाई जगदीश खट्टर के बेटे हैं।