Haryana Chunav 2024: 'शहर में क्यों रेंगता है ट्रैफिक?' हर पार्टी और उम्मीदवार से गुरुग्राम के वोटर्स का यही सवाल
Haryana Assembly Election 2024: मतदाताओं का कहना है कि यह शहर देश भर के उन लोगों को रोजगार दे सकता है, जो अब इसे अपना घर कहते हैं, लेकिन जब नागरिक सुविधाओं की बात आती है, तो जीवन मुश्किल होता जा रहा है। भीषण जलभराव, टूट-फूटी सड़कें और सर्पीन ट्रैफिक जाम लोगों की रोजमर्रा की परेशानियां हैं
Haryana Chunav 2024: 'शहर में क्यों रेंगता है ट्रैफिक?' हर पार्टी और उम्मीदवार से गुरुग्राम के वोटर्स का यही सवाल
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के प्रचार में पार्टियों को तरह-तरह के वादे करते देखा गया है, लेकिन गुरुग्राम में मतदाताओं की एक आम शिकायत है- मिलेनियम सिटी में इतना ट्रैफिक जाम क्यों होता है? "भारत का सिंगापुर" कहे जाने वाला NCR का सबसे विशिष्ट इलाका, गुरुग्राम एशिया के सबसे बड़े IT और कॉर्पोरेट हब में से एक है। मतदाताओं का कहना है कि यह शहर देश भर के उन लोगों को रोजगार दे सकता है, जो अब इसे अपना घर कहते हैं, लेकिन जब नागरिक सुविधाओं की बात आती है, तो जीवन मुश्किल होता जा रहा है।
भीषण जलभराव, टूट-फूटी सड़कें और सर्पीन ट्रैफिक जाम लोगों की रोजमर्रा की परेशानियां हैं और वे अब उम्मीदवारों से आश्वासन मांग रहे हैं कि उनकी शिकायतों का आखिरकार समाधान किया जाएगा।
पोस्टर दिखा कर उम्मीदवारों का विरोध
जब उम्मीदवार शहर में वोट मांगने निकलते है, तो कई मतदाता कुछ इस तरह के पोस्टर दिखाते हैं- "रोड नहीं तो वोट नहीं", "अबकी बार, नो गुड्ढा सरकार", "ट्रैफिक में फंस गए, वोट नहीं दे सकते", और "गुड़गांव क्यों रेंगता है"
सेक्टर 82 में एक मल्टी-स्टोरी कॉम्पलेक्स में रहने वाले सुमेघ जयसवाल ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, "शहर में गंदगी है, लेकिन ट्रैफिक की स्थिति बदतर है। अब तो बस एक ही रास्ता बचा है कि कभी भी घर से बाहर न निकलें। यहां तक कि कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने में भी एक घंटे से ज्यादा का समय लगता है और दिल्ली जाना, तो दुबई या सिंगापुर के लिए फ्लाइट लेने जैसा है।"
इस हफ्ते जब BJP और कांग्रेस दोनों दलों के उम्मीदवार वोट मांगने इलाके में गए, तो जायसवाल के साथी निवासियों ने पोस्टरों के साथ उनका विरोध किया।
उन्होंने कहा, "हम सभी उम्मीदवारों से पूछ रहे हैं कि ट्रैफिक की समस्या के समाधान के लिए उनकी क्या योजना है। हमें वादों की नहीं, एक योजना की जरूरत है और उसके बाद ही हम वोट देंगे।"
फ्लाइट से ज्यादा टाइम लगता है!
दिल्ली हवाईअड्डे के नजदीक ये इस शहर में कई VIP लोगों के घर भी हैं। शानदार अपार्टमेंट, जिसकी कीमत कई करोड़ रुपए है, दिल्ली से साइबर सिटी की एंट्री का प्रतीक है।
आर्किटेक्ट त्रिखा ने कहा, "कभी-कभी तो इतना टाइम फ्लाइट में नहीं लगता, जितना गुरुग्राम से एयरपोर्ट पहुंचने में लग जाता है। हवाई अड्डे तक कोई मेट्रो कनेक्टिविटी नहीं है और सड़क से जाना किसी बुरे सपने जैसा है और अगर बारिश होती है, तब फिर भगवान ही हमें बचाए, क्योंकि यह सचमुच नाव चलाने जैसा है। अगर किसी को इन बुनियादी बातों की परवाह नहीं है, तो हम किसी भी पार्टी को वोट क्यों दें।"
पार्टियां लगा रहीं एक दूसरे पर आरोप
ट्रैफिक की स्थिति भी राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का विषय बन गई है।
सत्तारूढ़ BJP के राव नरबीर सिंह, जो तीन बार हरियाणा के मंत्री हैं, जो बशहादपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने माना कि शहर में 'बहुत खराब व्यवस्था' है। बशहादपुर क्षेत्र के तहत गुड़गांव के 70 प्रतिशत मतदाता आते हैं।
उन्होंने PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मैं सहमत हूं कि गुड़गांव (गुरुग्राम का पुराना नाम) वर्तमान में एक नागरिक अव्यवस्था है। हमारे यहां सबसे खराब जलभराव, सबसे खराब सड़कें और यातायात संकट है। शहर कूड़ाघर में तब्दील हो गया है। पिछले पांच सालों में न केवल शहर में ठहराव आया, बल्कि विकास की रफ्तार भी उलट गई।”
क्या इसके लिए गठबंधन सरकार जिम्मेदार?
अक्टूबर 2019 में बीजेपी और दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी ने गठबंधन बनाया था, जो मार्च 2024 में टूट गया।
उन्होंने कहा, "मैं इसके लिए गठबंधन सरकार को दोषी मानता हूं। 2014 से 2019 तक हमारे पास बहुमत की सरकार थी और कोई भी विकास की गति पर सवाल उठा सकता है, लेकिन 2019 के बाद से चीजें खराब हो गई हैं। इसके लिए JJP के साथ हमारा गठबंधन जिम्मेदार है।"
सिंह ने कहा, "सिविक इंफ्रास्ट्रक्चर डिपार्टमेंट JJP के पास था और उन्होंने कुछ नहीं किया। लोग निराश हैं कि BJP सत्ता में होने के बावजूद कोई काम नहीं किया गया।"
कांग्रेस ने लगाया उपेक्षा करने का आरोप
कांग्रेस के वर्धन यादव, जो इस विधानसभा से अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने BJP पर गुरुग्राम की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "शहर से होकर दो नेशनल हाइवे गुजरते हैं और फिर भी मुख्य सड़कों के साथ-साथ अंदर की सड़कों पर भी खूब ट्रैफिक जाम होता है।"
उन्होंने कहा, "हरियाणा के खजाने में भारी रकम का योगदान देने के बावजूद, गुड़गांव को थोड़ा ही महत्व दिया गया है और इसे बदलने की जरूरत है। जब तक कांग्रेस राज्य में सत्ता में नहीं थी, तब तक स्थिति ऐसी नहीं थी।"
गाड़ियों बढ़ती संख्या से लग रहा है जाम!
यातायात अधिकारी शहर में गाड़ियों की बढ़ती संख्या को इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं।
उन्होंने कहा, “गुरुग्राम में हर महीने कम से कम 5000 नई प्राइवेट रजिस्टर्ड होती हैं, इसके अलावा दोपहिया और कमर्शियल गाड़ियां भी होती हैं।"
ट्रैफिक पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध पर कहा, "हम सभी प्रमुख चौराहों पर टीमें तैनात करते हैं और यहां तक कि जलभराव के दौरान भी टीमें मौके पर ट्रैफिक को नियंत्रित करती हैं, लेकिन एक बड़ी समस्या है।"
गुरुग्राम जिले में चार विधानसभा हैं - गुड़गांव, पटौदी, बादशाहपुर और सोहना, जिनमें कुल मतदाता 15 लाख से ज्यादा हैं। बादशाहपुर मतदाताओं के लिहाज से राज्य का सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होने हैं और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।