Haryana Assembly Elections 2024: अगले महीने होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियां अब धीरे-धीरे अपने पत्ते खोल रही हैं। हरियाणा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने मंगलवार (10 सितंबर) को 9 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। बता दें कि कांग्रेस के साथ गठबंधन पर असमंजस को खत्म करते हुए आम आदमी पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का ऐलान किया है।
एक दिन पहले AAP ने सोमवार (9 सितंबर) को 20 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की थी। दूसरी लिस्ट के साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली AAP अब तक 29 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर चुकी है। दूसरी लिस्ट में थानेसर निर्वाचन क्षेत्र से कृष्ण बजाज और फरीदाबाद से प्रवेश मेहता के नाम शामिल हैं।
अगले चुनाव लड़ने का निर्णय AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर बातचीत लंबे समय तक जारी रहने तथा 12 सितंबर को चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख के मद्देनजर लिया गया है। राज्य में मतदान पांच अक्टूबर को होगा। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी। AAP ने नारायणगढ़, असंध, समालखा, उचाना कलां, डबवाली, महम, रोहतक, बहादुरगढ़, बादली, बेरी, महेंद्रगढ़ और बादशाहपुर से उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस इन सीट से अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुकी है।
कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर AAP की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा, "मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि हम पहले दिन से ही सभी 90 सीटों के लिए तैयारी कर रहे हैं। चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है। इसलिए अब इंतजार खत्म हुआ।"
उन्होंने कहा कि हरियाणा में AAP एक मजबूत विकल्प है। AAP के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी हरियाणा में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। दोनों दलों के बीच बातचीत आप द्वारा लड़ी जाने वाली सीटों की संख्या को लेकर अटकी हुई थी। सूत्रों के अनुसार, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी 10 सीट की मांग कर रही थी, जबकि कांग्रेस ने उसे केवल पांच सीट की पेशकश की थी।
हरियाणा में सीट बंटवारे पर सहमति बनाने में AAP और कांग्रेस की विफलता से दिल्ली में भी दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावना पर प्रश्नचिह्न लग गया है, जहां अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
कांग्रेस और AAP ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था, जबकि पंजाब में दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरियाणा में आम आदमी पार्टी को एक सीट दी थी, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। साल 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में AAP ने 46 सीट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली थी।