हरियाणा चुनाव 2024: तो खत्म हुई कांग्रेस की अंतर्कलह! राहुल गांधी के साथ मंच साथ आए शैलजा और हुड्डा
Haryana Elections 2024: दोनों नेताओं के एक साथ आने को कांग्रेस पार्टी की एक कोशिश की तरह देखा जा रहा है, जिसके जरिए वो अपनी राज्य इकाई के भीतर पनप रहे असंतोष की किसी भी धारणा से निपटना चाहती है। आपसी कलह का यह मुद्दा राज्य में टिकट-बंटवारे के दौरान उभरा था
हरियाणा चुनाव 2024: तो खत्म हुई कांग्रेस की अंतर्कलह! राहुल गांधी के साथ मंच साथ आए शैलजा और हुड्डा
एकजुटता दिखाते हुए, राज्य के शीर्ष कांग्रेस नेताओं भूपिंदर सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा करनाल के असंध में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की मौजूदगी में एक चुनावी रैली में साथ नजर आए। दोनों नेताओं को कांग्रेस की राज्य इकाई के दो बड़े विरोधी गुटों के नेता की तरह देखा जात है। राज्य में 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले जनसभा के दौरान दोनों को ही अब राहुल गांधी अगल बगल बैठे देखा गया।
दोनों नेताओं के एक साथ आने को कांग्रेस पार्टी की एक कोशिश की तरह देखा जा रहा है, जिसके जरिए वो अपनी राज्य इकाई के भीतर पनप रहे असंतोष की किसी भी धारणा से निपटना चाहती है। आपसी कलह का यह मुद्दा राज्य में टिकट-बंटवारे के दौरान उभरा था।
ऐसा बताया गया कि राज्य में कांग्रेस के अभियान का असल चेहरा, हुडा का टिकट बंटवारे में ज्यादा दबदबा रहा। पार्टी की ओर से मैदान में उतारे गए 90 उम्मीदवारों में से हु्ड्डा ने अपने वफादारों के लिए 72 टिकट हासिल किए।
दूसरी ओर, कांग्रेस में हुड्डा की प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखी जाने वाली शैलजा अपने समर्थकों के लिए केवल नौ टिकट ही हासिल कर सकीं। 11 सितंबर को उम्मीदवार घोषित होने के बावजूद हिसार जिले के नारनौंद से अपने करीबी सहयोगी डॉ. अजय चौधरी के लिए टिकट हासिल नहीं कर पाईं।
कांग्रेस ने कुमारी शैलजा को शांत किया
दरकिनार किए जाने की खबरों के बीच, शैलजा राज्य में पार्टी के अभियान से काफी हद तक गायब थीं और एक हफ्ते पहले तक दिल्ली में डेरा डाले हुए थीं, जब कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने उनसे संपर्क किया था।
पिछले शनिवार को शैलजा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने उन्हें अपनी गलतफहमियों को दूर करने और हरियाणा चुनाव में कांग्रेस को जोरदार जीत दर्ज करने में मदद करने के लिए प्रेरित किया था।
हालांकि, बैठक में क्या बातचीत हुई, इसकी सटीक जानकारी बाहर नहीं आई, लेकिन जाहिर तौर पर बैठक का कांग्रेस पर अच्छा असर पड़ा है।
इस हफ्ते की शुरुआत में, शैलजा ने BJP में शामिल होने की संभावना की चर्चा को खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी और राज्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के बारे में "कभी कोई संदेह नहीं होना चाहिए।"
ऐसे में जब राहुल गांधी रैली के लिए करनाल में उतरे, तो उनके स्वागत के लिए हुड्डा और शैलजा एक साथ मौजूद थे। राहुल के आगमन पर उन्हें गुलदस्ता देते हुए शैलजा की तस्वीरें और पीछे खड़े मुस्कुराते हुए हुड्डा की तस्वीरें तब से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।
शैलजा ने बाद में रैली में कहा, "राहुल गांधी की निडर आवाज ने पूरे देश में कांग्रेस का झंडा लहराया है और अब उनके नेतृत्व में हम हरियाणा में भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनाने जा रहे हैं।"
'कांग्रेस हरियाणा में जीत हासिल करने को तैयार'
सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस इस बार हरियाणा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए तैयार है। उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और उन पर देश में रोजगार प्रणाली को "व्यवस्थित रूप से" खत्म करने का आरोप लगाया।
गांधी ने आरोप लगाया, "(प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने व्यवस्थित ढंग से देश में रोजगार प्रणाली को समाप्त कर दिया।" उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात हरियाणा के कुछ अप्रवासियों से हुई, जो बेहतर भविष्य की तलाश में वहां गए थे, क्योंकि उन्हें अपने गृह राज्य में रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे थे।
उन्होंने हरियाणा के लिए कांग्रेस के चुनावी वादों के बारे में भी बात की, जिसमें उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर महिलाओं के लिए प्रति माह 2,000 रुपए और 500 रुपए में LPG गैस सिलेंडर शामिल हैं।
गांधी ने कहा, "हरियाणा में दो लाख खाली पद भरे जाएंगी और कांग्रेस ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी का वादा किया है।" हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।