हरियाणा विधानसभा चुनाव में चौटाला परिवार के पैर उखड़ते दिख रहे हैं। चौटाला परिवार से जुड़ी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (JJP) दोनों अपना खाता खोलने को लेकर जूझ रही हैं। परिवार के दो दिग्गज दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला अपनी-अपनी सीट से बुरी तरह हार रहे हैं। राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को पड़े वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को हो रही है। शुरुआती रुझान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 49 सीटों पर आगे है। वहीं कांग्रेस 35 सीटों पर आगे चल रही है।
1967 में हरियाणा को अलग कर पहली बार चुनाव कराया गया था। तब से हरियाणा की सियासत में चौटाला परिवार का दबदबा रहा है। उस वक्त चौधरी देवीलाल प्रमुख भूमिका में थे। किसान नेता के तौर पर उभरे देवीलाल ने 1977 से लेकर 1989 तक हरियाणा की राजनीति की और 2 बार मुख्यमंत्री रहे। देवीलाल पहले कांग्रेस में थे लेकिन 1971 में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया।
1989 में भारत के उप प्रधानमंत्री बनने के बाद देवीलाल चौटाला ने हरियाणा का मुख्यमंत्री पद अपने बेटे चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को सौंप दिया। ओम प्रकाश चौटाला कुल 4 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। साल 2018 में चौटाला परिवार दो खेमों में बंट गया।
दुष्यंत चौटाला उचाना कलां से पीछे
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की बात करें तो जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला उचाना कलां विधानसभा सीट पर पीछे हैं। भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इस सीट पर कांग्रेस के बृजेन्द्र सिंह सबसे आगे हैं। उसके बाद बीजेपी के देवेंद्र चतुर्भुज अत्री दूसरे नंबर पर हैं। चौटाला छठे नंबर पर हैं। उनके लिए के लिए जमानत बचाना मुश्किल दिख रहा है।
अभय सिंह चौटाला ऐलनाबाद सीट पर पीछे
इनेलो के नेता अभय सिंह चौटाला ऐलनाबाद सीट पर कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल से पीछे हैं और दूसरे नंबर पर हैं। अभय इनेलो की तरफ से मुख्यमंत्री पद के भी दावेदार हैं। अभय के बेटे और इनेलो उम्मीदवार अर्जुन चौटाला रानिया सीट से सबसे आगे हैं। कांग्रेस के सर्व मित्र दूसरे नंबर पर हैं। अभय चौटाला के दादा और निर्दलीय उम्मीदवार रंजीत चौटाला तीसरे नंबर पर हैं।
क्या डबावाली सीट भी निकल जाएगी हाथ से?
डबावाली सीट पर अभय चौटाला के बेटे आदित्य चौटाला दूसरे नंबर पर हैं। कभी यह यह सीट चौटाला परिवार का गढ़ मानी जाती थी। इस सीट से कांग्रेस के अमित सिहाग सबसे आगे चल रहे हैं। तीसरे नंबर पर जेजेपी के दिग्विजय सिंह चौटाला हैं। दिग्विजय, दुष्यंत चौटाला के भाई हैं और जेजेपी के बड़े नेता माने जाते हैं।