एक्ट्रेस से नेता बनीं और BJP सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को कहा कि किसानों के हित में निरस्त किए गए कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। उनका ये बयान हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आया है, जिसे लेकर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया आनी भी शुरू हो गई। हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा सांसद ने किसानों को “भारत की प्रगति में ताकत का स्तंभ” बताया और कहा कि उन्हें अपनी समृद्धि के लिए कृषि कानूनों की मांग करनी चाहिए।
कांग्रेस ने X पर कंगना का एक वीडियो के साथ पोस्ट लिखा, “किसानों पर लादे गए 3 काले कानून वापस लाने चाहिए। BJP की सांसद कंगना रनौत ने ये बात कही। देश के 750 से ज्यादा किसान शहीद हुए, तब जाकर मोदी सरकार की नींद टूटी और ये काले कानून वापस हुए। अब BJP के सांसद फिर से इन कानून की वापसी का प्लान बना रहे हैं।"
पार्टी ने आगे कहा, "कांग्रेस किसानों के साथ है। इन काले कानून की वापसी अब कभी नहीं होगी, चाहे नरेंद्र मोदी और उनके सांसद जितना जोर लगा लें।"
किसानों के प्रदर्शन के बाद वापस हुए कानून
हरियाणा और पंजाब के किसानों ने 2020 में अब वापस लिए गए कृषि कानूनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया और संसद से तीन विधेयक पारित होने के बाद एक साल से ज्यादा समय तक दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाला।
हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों की ओर से अपनी मांगों से पीछे नहीं हटने के बाद सरकार ने कानूनों को वापस ले लिया।
कंगना का बयान ऐसा समय आया, जब BJP ने कुछ दिन पहले ही उन्हें किसानों के खिलाफ कुछ बोलने के लिए हिदायत दी थी।
सोशल मीडिया पर कंगना का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वो कहते दिख रही हैं, “बांग्लादेश जैसी अराजकता भारत में भी किसानों के विरोध के नाम पर हो सकती थी। बाहरी ताकतें अंदरूनी लोगों की मदद से हमें नष्ट करने की योजना बना रही हैं। अगर हमारे नेतृत्व की दूरदर्शिता नहीं होती, तो वे सफल हो गए होते।"
कांग्रेस सोशल मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि कंगना रनौत ने देश के किसानों को "हत्यारे और बलात्कारी" कहा।
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि अगर पार्टी उनकी टिप्पणी का समर्थन नहीं करती है, तो BJP को अभिनेता के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने X पर लिखा, “किसानों पर हमला करने के लिए एक प्रॉक्सी के रूप में कंगना का इस्तेमाल करना एक सोची-समझी चाल है। BJP को किसानों और कृषि कानूनों पर अपना रुख साफ करना चाहिए। इन विनाशकारी कानूनों पर जोर देने के बजाय, कंगना को राजनीति से दूर जाना चाहिए और अपने लुप्त होते बॉलीवुड करियर को फिर से बनाने पर फोकस करना चाहिए।”
पंजाब से AAP सांसद मालविंदर सिंह कांग ने कहा, "मुझे पीएम मोदी पर दुख होता है। उन्होंने कहा कि वह किसानों की चिंताओं को समझने में असमर्थ हैं और वह (किसानों के) कानूनों को वापस ले रहे हैं... ऐसा लगता है कि या तो कंगना पीएम मोदी को चुनौती दे रही हैं या पीएम मोदी असहाय हो गए हैं, यह केवल बीजेपी ही बता सकती है।"