गृहमंत्री अमित शाह ने 7 सितंबर को कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) दोनों दलों पर निशाना साधा। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने दोबारा आर्टिकल 370 लागू करने के दोनों दलों के प्लान की आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से कहा कि उन्हें लोगों को बेवकूफ बनाना बंद कर देना चाहिए। जम्मू और कश्मीर में इस महीने और अक्टूबर की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। इसके लिए कांग्रेस ने एनसी से समझौता किया है।
शाह जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर
जम्मू-कश्मीर के अपने दो दिन के दौरे के दौरान शाह (Amit Shah) ने कहा कि कांग्रेस (Congress) और एनसी (National Conference) दावा कर रहे हैं कि वे जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्ज बहाल कर देंगे। लेकिन, ऐसा सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ऐसा कर सकती है। विपक्ष के राज्य का दर्जा बहाल करने के राहुल गांधी के दावे को उन्होंने बेमतलब बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने (गांधी) 2019 में संसद में अपने भाषण में भी राज्य का दर्जा बहाल करने का आश्वासन दिया था।
केंद्र चुनावों के बाद राज्य का दर्जा बहाल करेगा
गृहमंत्री ने कहा, "कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस कह रहे हैं कि वे राज्य का दर्जा बहाल कर देंगे। आप मुझे बताइए ऐसा कौन कर सकता है? ऐसा सिर्फ केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। इसलिए जम्मू एवं कश्मीर के लोगों को बेवकूफ बनाना बंद कर दीजिए। हमने कहा है कि विधानसभा चुनावों के बाद उचित समय पर हम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देंगे। हमने यह संसेद में कहा है...राहुग गांधी को जेएंडके के लोगों को भ्रमित करना बंद कर देना चाहिए। "
2019 के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव
शाह एक दिन पहले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी के प्रचार का आगाज करने के लिए जम्मू पहुंचे थे। 2019 में आर्टिकल 370 के तहत विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। गृहमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "आंतकवाद से कश्मीर को बहुत नुकसान हुआ है।"
यह भी पढ़ें: Haryana Assembly Election: कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी, विनेश फोगाट जुलाना से मैदान में
बीजेपी ने आतंकवाद को 70 फीसदी तक खत्म किया
उन्होंने कहा, "बीजेपी ने बीते 10 साल में राज्य में आतंकवाद में 70 फीसदी कमी लाने का काम किया है। कई सालों के बाद अमरनाथ यात्रा बगैर किसी डर के पूरी हुई। कई सालों के बाद घाटी में रात में थिएटर खुलने लगे हैं। घाटी में ताजिया के जुलूस निकले जा रहे हैं। जम्म-कश्मीर के लोग खासकर जम्मू के लोगों को यह तय करना है कि वे शांति और विकास चाहते हैं या आंतकवाद चाहते हैं।"