Jammu and Kashmir Assembly polls 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (19 सितंबर) को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बंपर वोटिंग ने पत्थरबाजी और दहशतगर्दी की हमदर्द पार्टियों को खारिज कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां की अवाम को मोदी की सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर की गारंटी पर पूर्ण विश्वास है। श्रीनगर में आशीर्वाद देने आई जनता-जनार्दन को तहेदिल से शुक्रिया। पीएम मोदी ने कहा कि हम सबका मकसद जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की है।
पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की का जज्बा और बुलंद करने के पैगाम के साथ आज मैं आपके बीच आया हूं। मैं देख रहा हूं कि आज मेरे कश्मीर के भाई-बहन खुशामदीद पीएम कह रहे हैं। मैं तहेदिल से उनका शुक्रिया अदा करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस वक्त जम्हूरियत का त्योहार चल रहा है। कल ही यहां 7 जिलों में पहले दौर की वोटिंग हुई। पहली बार दहशतगर्दी के साए के बिना ये वोटिंग हुई। हम सभी के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोटिंग के लिए अपने घरों से बाहर निकले।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किश्तवाड़ में 80% से ज्यादा वोटिंग, डोडा में 71% से ज्यादा वोटिंग, रामबन में 70% से ज्यादा और कुलगाम में 62% से ज्यादा वोटिंग हुई है। अनेक सीटों पर पिछली बार की वोटिंग के रिकॉर्ड टूट गए हैं। उन्होंने कहा कि ये नया इतिहास बना है, ये नया इतिहास जम्मू-कश्मीर के लोगों ने रचा है।
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही, इनका सियासी एजेंडा रहा है। इन्होंने, जम्मू-कश्मीर को सिर्फ, तशद्युत यानी डर और इंतशार यानी अराजकता ही दी है। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर, इन तीन खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेगा।
PM मोदी ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर को टेरर से, दहशतगर्दी से आजाद कराना...जम्मू-कश्मीर के खिलाफ साजिश करने वाली हर ताकत को हराना... यहां के नौजवानों को, यहीं पर रोजगार के मौके दिलाना... ये मोदी का इरादा है, मोदी का वादा है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर आया था... तो मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान जिम्मेदार हैं। तब से, दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक, ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन्हें लगता है कि इनपर कोई कैसे सवाल उठा सकता है, इन्हें लगता है कि जैसे-तैसे कुर्सी पर कब्जा जमाना और फिर आप सबको लूटना इनका पैदाइशी हक है।
पहले चरण में 61 प्रतिशत मतदान
चुनाव आयोग ने बताया कि बुधवार (18 सितंबर) को जम्मू-कश्मीर में सात जिलों की 24 विधानसभा सीटों के लिए हुए पहले चरण के चुनाव में 61 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। आयोग ने कहा कि ये अस्थायी आंकड़े हैं और डाक मतपत्रों तथा दूरदराज के इलाकों से अंतिम रिपोर्ट आने के बाद इनमें वृद्धि हो सकती है। पहले चरण में सात जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग ने बताया कि किश्तवाड़ जिले में सबसे अधिक 80.14 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसके बाद डोडा (71.34 प्रतिशत) और रामबन (70.55 प्रतिशत) का स्थान रहा।
आयोग ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले में सबसे अधिक 62.46 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसके बाद अनंतनाग जिले में 57.84 प्रतिशत, शोपियां जिले में 55.96 प्रतिशत और पुलवामा जिले में 46.65 प्रतिशत मतदान हुआ। अगस्त 2019 में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है। पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान एक दिन पहले 18 सितंबर को हुआ था। जबकि अन्य दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। वहीं मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।