Omar Abdullah Oath-Taking Ceremony: आर्टिकल 370 के 2019 में निरस्त होने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत के बाद उमर अब्दुल्ला बुधवार (16 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं। हालांकि, कांग्रेस पार्टी के उमर अब्दुल्ला मंत्रिमंडल का हिस्सा होने की संभावना नहीं है। 2019 में आर्टिकल 370 को निरस्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद उमर जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री होंगे। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सुबह 11.30 बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के आर्टिकल 370 के 2019 में निरस्त होने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत के बाद उमर अब्दुल्ला के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की तैयारियां पूरी हो गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह स्थल के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया, "सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, क्योंकि इस कार्यक्रम में कई VVIP शामिल होंगी। हम कार्यक्रम का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे।" शपथ समारोह में शामिल होने के लिए I.N.D.I.A. गठबंधन के घटकों को निमंत्रण भेजा गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के कश्मीर प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि समारोह में कौन-कौन शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, "वीवीआईपी मेहमानों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद आज शाम को स्थिति स्पष्ट होगी।" सिन्हा ने सोमवार को नेकां के उपाध्यक्ष उमर को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया। उप राज्यपाल ने यह न्योता केंद्र शासित प्रदेश से केंद्र द्वारा राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के एक दिन बाद दिया गया।
NC-कांग्रेस गठबंधन में दरार?
कांग्रेस पार्टी जहां तीन कैबिनेट पदों की मांग कर रही है। वहीं उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पार्टी को केवल एक पद की पेशकश की है। साथ ही डिप्टी स्पीकर पद की संभावना भी जताई है। सीएनएन-न्यूज18 के साथ एक विशेष बातचीत में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कहा कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस अड़ी रही तो वे जम्मू-कश्मीर सरकार का हिस्सा नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे सरकार को बाहर से समर्थन दे सकते हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से अंतिम निर्णय का इंतजार किया जा रहा है। शपथ ग्रहण करने से पहले आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री होने के बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने पत्रकारों से कहा कि वह शपथ ग्रहण करके "काफी खुश" हैं। केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए तत्पर हैं, जिसकी शुरुआत क्षेत्र का राज्य का दर्जा बहाल करने से होगी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को श्रीनगर में मुख्यमंत्री पद के लिए नामित उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की जीत के बाद अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पीटीआई को बताया, "खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका कल शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे।" उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रतिनिधि भी इस समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि नयी सरकार में कांग्रेस विधायकों के लिए मंत्री पद पर निर्णय पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा। कांग्रेस ने मंगलवार को गुलाम अहमद मीर को जम्मू-कश्मीर में अपने विधायक दल का नेता नियुक्त किया।