J&K Assembly Election 2024: पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली के मामले में पाकिस्तान और कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन एक ही राय रखते हैं। ख्वाजा आसिफ के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) गठबंधन पर निशाना साधा है। बीजेपी ने कहा कि एक आतंकवादी देश पाकिस्तान कश्मीर पर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के रुख का समर्थन करता है। बीजेपी ने कहा कि ऐसा क्यों होता है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू से लेकर पाकिस्तान तक राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस हमेशा भारत के हितों के खिलाफ खड़े नजर आते हैं?
Geo News को दिए एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने कहा कि इस बात की "बहुत अधिक संभावना" है कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन विधानसभा चुनाव जीतेगा और केंद्र शासित प्रदेश में सत्ता में आएगा। आसिफ ने कहा, "उन्होंने (गठबंधन ने) इसे (आर्टिकल 370 को) चुनावी मुद्दा बना दिया है। पाकिस्तान और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 और 35A को बहाल करने के लिए एकमत हैं।"
बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आर्टिकल 370 को बहाल करने की कसम खाई है। जबकि कांग्रेस इस बारे में पूरी तरह चुप है। उसने अपने घोषणापत्र में इसका उल्लेख भी नहीं किया है। हालांकि, कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है।
आर्टिकल 370 को हटाना और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करना जम्मू-कश्मीर के लोगों खासकर घाटी के लोगों के लिए एक भावनात्मक मुद्दा बना हुआ है। आर्टिकल 370 की बहाली नेशनल कॉन्फ्रेंस और महबूबा मुफ्ती की PDP के घोषणापत्रों में प्रमुखता से शामिल रही है।
कांग्रेस के खिलाफ BJP ने खोला मोर्चा
पाकिस्तान के इस टिप्पणी ने बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने के लिए एक चुनावी हथियार दे दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के बयान पर विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला है। शाह ने X पर लिखा, "पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है। इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी। पिछले कुछ वर्षों से राहुल गांधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने हों, या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें करना हो, राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं और कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है। लेकिन, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में मोदी सरकार है, इसलिए कश्मीर में न तो आर्टिकल 370 वापस आने वाला है और न ही आतंकवाद।"
वहीं, बीजेपी ने कहा है कि विपक्षी पार्टी हमेशा "भारत के हितों के प्रतिकूल" लोगों के पक्ष में देखी जाती है। BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने X पर एक पोस्ट में कहा, "एक आतंकवादी देश पाकिस्तान कश्मीर पर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की स्थिति का समर्थन करता है। ऐसा कैसे है कि (खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह) पन्नू से लेकर पाकिस्तान तक राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस हमेशा भारत के हितों के प्रतिकूल लोगों के पक्ष में दिखाई देती है?"
हाल ही में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत में सिख समुदाय के लिए "अस्तित्व के खतरे" वाली टिप्पणी का समर्थन किया था। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि "बिल्ली बैग से बाहर आ गई है"। उन्होंने कहा, "क्या कभी कोई संदेह था? पीएम मोदी का विरोध करने के लिए वे पाकिस्तान के साथ भी खड़े हो सकते हैं।"