झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता हेमंत सोरेन 26 नवंबर को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वह चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल समेत INDIA ब्लॉक के शीर्ष नेताओं के भाग लेने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को भी आमंत्रित किया गया है।
मंत्रिमंडल में किसे मिल सकती है जगह?
CNN-News18 के सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस से छह और RJD से चार विधायकों के सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है। बड़ी बात ये है कि I.N.D.I.A ब्लॉक ने झारखंड में 81 सीटों वाली राज्य विधानसभा में 56 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की। चुनाव से पहले भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति के आरोपों के कारण आलोचना झेल रहे गठबंधन को हेमंत सोरेन ने भारी जीत दिलाई।
झारखंड विधानसभा चुनाव परिणाम
राज्य में सत्तारूढ़ इंडिया गुट ने सत्ता में वापसी की और BJP की उम्मीदों को कुचल दिया, क्योंकि भगवा पार्टी ने "एक हैं तो सेफ हैं" और "बटेंगे तो कटेंगे" नारों के साथ हिंदू वोटों को एकजुट करने की कोशिश की थी।
भगवा पार्टी ने राज्य में घुसपैठ का मुद्दा भी उठाया, हालांकि, JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन ने राज्य में BJP को 21 सीटों पर ही रोक दिया।
भगवा पार्टी ने राज्य में घुसपैठ का मुद्दा भी उठाया, हालांकि, JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन ने राज्य में BJP को 21 सीटों पर ही रोक दिया।
JMM ने पास की 'लोकतंत्र की परीक्षा'
JMM ने 34 सीटें जीतीं और इस तरह गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। इसके सहयोगियों कांग्रेस ने 16 और RJD ने 4 चार सीटें हासिल कीं, जिससे गठबंधन 81 सीटों वाली विधानसभा में 41 के बहुमत के निशान से काफी आगे निकल गया।
हेमंत सोरेन ने जनादेश के लिए झारखंड के लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी पार्टी "लोकतंत्र की परीक्षा" में पास हुई है। सोरेन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने झारखंड में लोकतंत्र की परीक्षा पास की है; हम चुनाव नतीजों के बाद अपनी रणनीति को अंतिम रूप देंगे।"