MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में अगले महीने 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाला है। सभी की निगाहें छिंदवाड़ा विधानसभा सीट (Chhindwara Assembly seat) पर होंगी, जहां मुकाबला इस बार बेहद दिलचस्प होने वाला है। मध्य प्रदेश के सियासत की सबसे हाई प्रोफाइल सीटों में से छिंदवाड़ा विधानसभा सीट एक है। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। BJP ने इस चुनाव में 109 सीटें जीती थीं।
कमलनाथ का गढ़ है छिंदवाड़ा
9 बार के कांग्रेस सांसद कमलनाथ (Kamal Nath) ने दिसंबर 2018 में मुख्यमंत्री बनने के बाद मई 2019 में उपचुनाव में अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कमलनाथ ने अपनी पार्टी के सहयोगी दीपक सक्सेना की तरफ की खाली की गई छिंदवाड़ा सीट 25,800 से अधिक वोटों के अंतर से जीती थी।
साल 2013 में छिंदवाड़ा विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीती थी, जबकि 2008 में यह सीट कांग्रेस के लिए सक्सेना ने जीती थी। यह विधानसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमनानाथ ने अपने दशकों लंबे राजनीतिक करियर में रिकॉर्ड 9 बार जीता है।
बीजेपी की पूरी कोशिश इस बार यहां कमल खिलाने की होगी। इस सीट को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दमखम के साथ तैयारी में जुटी है। बीजेपी का इसे कांग्रेस से छीनना है। हालांकि, मध्य प्रदेश में नया जिला पांढुर्ना अस्तित्व में आने के बाद कथित तौर पर कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ का छिंदवाड़ा में कुछ प्रभाव कम हुआ है। पांढुर्णा मध्य प्रदेश का 55वां जिला बन गया है।
कमलनाथ को उनके ही गढ़ छिंदवाड़ा में घेरने के लिए भगवा पार्टी लगातार नई-नई रणनीति बना रही है। इसी रणनीति के तहत मध्य प्रदेश चुनाव 2023 में बीजेपी ने आदिवासी अंचल अमरवाड़ा की गोंडवाना सीट पर एक दांव चला है। गोंडवाना पार्टी की नेत्री और पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी की बेटी मोनिका शाह बट्टी को बीजेपी ने अपनी पार्टी की सदस्यता दे दी है।
वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों अपने हाथों से सदस्यता दिलाई। यह वहीं सीट है, जहां से कभी गोंडवाना नेता मनमोहन शाह बट्टी ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का गठन कर छिंदवाड़ा में पूर्व सीएम कमलनाथ को सीधी चुनौती दी थी।
BJP ने अपनी 'चुनावी नैया' पार लगाने के लिए देश के तमाम राज्यों से पार्टी के शीर्ष नेताओं को मध्य प्रदेश बुलाया है। एमपी चुनाव में बीजेपी अपनी सत्ता को बरकरार रखने की जंग लड़ रही है तो कांग्रेस वापसी के लिए बेताब है। कांग्रेस ने कमलनाथ के चेहरे को आगे कर रखा है तो दिग्विजय सिंह पर्दे के पीछे रहकर सियासी तानाबाना बुन रहे हैं।