छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में आज मतदान हो रहा है। यह लड़ाई हनुमान भक्त और शिव भक्त के बीच है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) को भरोसा है वह भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने में कामयाब रहेंगे। BJP के बंटी साहू उन्हें कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं। हालांकि, छिंदवाड़ा करीब 40 साल से कमलनाथ के परिवार के गढ़ रहा है। कमलनाथ ने इस बार खुद को बड़ा हनुमान भक्त बताया है। 76 साल के कमलनाथ ने 2018 के चुनावों में साहू को हराया था, जो खुद को शिव भक्त बताते हैं। दोनों उम्मीदवार खुद को भक्त बताते हुए मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करते नजर आए हैं। कमलनाथ ने तो भगवान हनुमान की 100 फीट ऊंची मूर्ति एक मंदिर में स्थापित कराई है। चुनाव प्रचार के दौरान वह लगातार भगवान हनुमान में अपनी आस्था के बारे में बताते रहे हैं। उधर, साहू ने भी इस साल छिंदवाड़ा में भगवान शिव की 84 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित कराई है।
भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनाव प्रचार में नाटकीयता
कमलनाथ छिंदवाड़ा के विकास का दावा अपने चुनाव प्रचार में करते रहे हैं। उन्होंने इस इलाके के औद्योगिक विकास और बेहतर ढांचागत सुविधाओं को श्रेय लेने की कोशिश की है। उधर, भाजपा के नेताओं ने एक गाड़ी पर दूरबीन लगाकर कमलनाथ को तलाशने का दावा किया। उनका कहना था कि पिछले बार हुए विधानसभा चुनावों के बाद कमलनाथ इलाके में नजर नहीं आए हैं। उन्हें तलाशने का काम जारी है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जिस तरह की नाटकीयता दिखी है वैसी कहीं दूसरी जगह नहीं दिखी है।
करोड़ों की संपत्ति के बावजूद कमलनाथ ने नहीं किया भला
साहू ने न्यूज18 से बातचीत में कहा, "इस बार छिंदवाड़ा इतिहास बनाएगा। पिछले 43 सालों से यहां के लोग लूट और झूठ से उब चुके हैं। आज कमलनाथ की संपत्ति करोड़ों में है। लेकिन छिंदवाड़ा की स्थिति देखिए। आप लोगों से पूछ लीजिए, वह कभी किसी गांव या वॉर्ड में नहीं गए। अब छिंदवाड़ा का बेटा बंटी साहू लोगों की मदद करेगा।" उन्होंने कहा कि इस इलाके का बिल्कुल विकास नहीं हुआ। कमलनाथ की 22 कंपनियां हैं, लेकिन यहां के युवाओं के पास रोजगार नहीं है। साहू के प्रचार अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना योजना पर खास फोकस देखने को मिला।
महिला वोटर्स की संख्या पुरुष वोटर्स से ज्यााद
छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 1,41,002 महिला वोटर्स के मुकाबले पुरुष वोटर्स की संख्या 1,40,674 है। इसलिए भाजपा का ज्यादा फोकस महिला वोटर्स पर रहा है। साहू चुनाव प्रचार के दौरान अपने से बड़ी महिलाओं के पैर छूते नजर आए। भाजपा ने कमलनाथ को महिला विरोधी तक बता डाला। पार्टी का आरोप है कि कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 1997 में अपनी पत्नी का इस्तीफा कराया था।
मतदाताओं में कुछ लोग कमलनाथ का समर्थन करते दिखे। 50 साल के संतोष बंदावार कलेक्टरेट रोड पर एक सैलून चलाते हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ चुनाव जीतने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाल बनवाने के लिए मेरी दुकान पर आने वाले ज्यादातर लोग मध्य प्रदेश में इस बार सत्ता बदलने की बात करते हैं। खासकर छिंदवाड़ा के लोग इस बार कमलनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।