MP Election 2023: मध्य प्रदेश के गलियारों में चुनावी चहल कदमी शुरू हो चुकी है। बीते दो महीनों से ग्वालियर में बीजेपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का आवागमन भी तेजी से बढ़ गया है। एक तरफ जहां 18 सालों से प्रदेश की सत्ता की कुर्सी पर काबिज बीजेपी वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मुख्यंत्री लगातार बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। वहीं पिछले 18 सालों से विपक्ष में बैठी कांग्रेस भी इस कुर्सी पर अपना कब्जा पाने के लिए बेकरार है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों सत्ता के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर चुकी हैं। सूबे की ग्वालियर शहर विधानसभा सीट अहम मानी जा रही है।
ग्वालियर शहर से मौजूदा समय में प्रद्युम्न सिंह विधायक है, जो कि शिवराज सरकार में ऊर्जा मंत्री भी हैं। सिंह ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के हैं। सिंह पहले कांग्रेस में थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ प्रद्युम्न सिंह कांग्रेस से बीजेपी में आए थे। सिंह साल 2008 में भी यहां से जीत हासिल कर चुके हैं।
साल 2018 में प्रद्युमन सिंह कांग्रेस से लड़े थे चुनाव
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पार्टी ने एक बार फिर ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रत्याशी बनाया है। तोमर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे थे और उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री जयभान सिंह पवैया को हराया था। वे कमलनाथ सरकार में भी मंत्री थे, लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में उन्होंने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। जिसके बाद वे उप चुनाव में जीते और मंत्री भी बने। उन्हें टिकट मिलते हो उनके रेसकोर्स रोड स्थित मकान पर समर्थकों की भीड़ जुट गई।
ग्वालियर विधानसभा में अब तक यहां 5 बार कांग्रेस, 6 बार बीजेपी, एक-एक बार हिंदू महासभा और जनता पार्टी ने कब्जा किया है। इस सीट पर संघ का काफी प्रभाव है। साल 2008 में प्रद्युम्न सिंह तोमर की जीत मिली थी। तोमर की बढ़ती लोकप्रियता के चलते कांग्रेस अभी तक किसी का नाम फाइनल नहीं कर पाई है। वहीं कांग्रेस के पास अभी तक ऐसा कोई नाम नहीं है, जो सीधे प्रद्युम्न सिंह तोमर को टक्कर दे सके।
बताया जा रहा है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में तोमर के लिए आसान नहीं है। राज्य में बिजली जैसी कई ऐसी समस्याएं जो तोमर के लि मुसीबत बन सकती है। वहीं ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा में भितराघात की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।