MP Election 2023: मध्य प्रदेश में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस इस महीने होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं। कांग्रेस के पूर्व सीएम कमलनाथ को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया है। लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर बीजेपी अभी असमंजस में है। यही वजह है कि भगवा पार्टी ने अभी तक शिवराज को अपनी सीएम चेहरा घोषित नहीं किया है। इस बीच, नरसिंहपुर (Narsinghpur) से बीजेपी उम्मीदवार (BJP Candidate) और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने कहा है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह हमारे सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं।
पटेल जबलपुर में न्यूज18 से बात करते हुए कहा, "बीजेपी की कार्यशैली में सीएम चेहरे पर कोई दुविधा नहीं होगी। बीजेपी में मुख्यमंत्री पद को लेकर कभी झगड़ा नहीं होगा। यह सब सहज हो जाएगा। मैं आपसे आग्रह करूंगा कि अटकलें न लगाएं और 3 दिसंबर का इंतजार करें।'' पटेल एक OBC (लोधी) नेता हैं। BJP के पिछले तीन मुख्यमंत्री OBC समुदाय के रहे हैं, जिनमें उमा भारती, बाबू लाल गौर और शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं।
इससे मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए पटेल की दावेदारी मजबूत हो जाती है अगर उनकी पार्टी इस साल फिर से मध्य प्रदेश जीतती है। हालांकि, पटेल ने खुद के बजाय चौहान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि हमने मध्य प्रदेश में इतने सारे ओबीसी सीएम दिए हैं। उमा भारती, बाबू लाल गौर और शिवराज चौहान...। हमारी पूरी टीम में चौहान मध्य प्रदेश में जनता के बीच सबसे लोकप्रिय नेता हैं। यह विवाद से परे है।"
नरसिंहपुर से अपनी उम्मीदवारी के बारे में पटेल कहते हैं, ''यह मेरा पहला विधानसभा चुनाव है।'' जब उनसे आगे पूछा गया कि क्या पार्टी अगले मुख्यमंत्री के रूप में किसी ओबीसी को चुनेगी? इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मेरी जाति पिछड़ी है लेकिन मैं पिछड़ा नहीं हूं। मैं इसका फायदा नहीं उठाता। हमारे केंद्रीय नेतृत्व की रणनीति पांच राज्यों में सीएम चेहरे पर एक जैसी हैं। अगर एमपी में यह अलग होता, तो सवालिया निशान उठाया जा सकता था।"
पटेल कांग्रेस नेता कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के बेहद आलोचक हैं। पटेल ने न्यूज 18 से कहा, "कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों राज्य की राजनीति के थके हुए चेहरे हैं। कमल नाथ एक किलोमीटर भी पैदल नहीं चल सकते, एक दिन में पांच सभाएं नहीं कर सकते। वह 'थके हुए नेता' हैं। वे छह साल तक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे लेकिन किसी जिले में एक भी बैठक नहीं ली। उनका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। उन्होंने छिंदवाड़ा के किसी भी ग्रामीण वार्ड का दौरा नहीं किया है। हालांकि लोगों ने उन्हें 42 वर्षों तक वोट दिया है। छिंदवाड़ा में कोई नहीं कहेगा कि कमल नाथ उनके घर आए थे। वह अहंकारी और दागी है राज्य की जनता ने उन्हें नकार दिया है। कमल नाथ ठगराज हैं।''
पटेल का कहना है कि कमलनाथ ने पहले कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अंदर लड़ाई है, लेकिन हकीकत इससे अलग है। पटेल ने News18 को बताया, "हम सभी ने देखा कि टिकटों की घोषणा होते ही कांग्रेस में कपड़े कैसे फाड़े जाने लगे। कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के बीच बड़ी लड़ाई है, जो उजागर हो गया है। कमल नाथ ने कहा था कि वे महीनों पहले उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे, लेकिन हमने देखा कि क्या हुआ।"
'कोई सत्ता-विरोधी लहर नहीं'
मध्य प्रदेश में बीजेपी करीब 20 साल से सत्ता में है लेकिन पटेल कहते हैं कि विकास के सामने कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। पटेल ने कहा, "हमारी योजनाओं का उद्देश्य गरीबों का कल्याण करना है... कोई भी हमारी योजनाओं की आलोचना नहीं कर सकता है। हम महिला सशक्तिकरण में सबसे आगे हैं और हमारे पास भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण है। हमने इसे किफायती बनाने के लिए एलपीजी की कीमतें कम कर दी हैं। ये मुफ्त चीजें नहीं हैं। यह लोगों को लालच नहीं दे रहा है।"