करीब 12 दिनों बाद महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहा गतिरोध आखिरकार बुधवार को खत्म हो गया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने विधायक दल का नेता चुना। पिछले कई दिनों से महायुति के सहयोगी दलों के बीच नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत चल रही थी, लेकिन अब सब कुछ साफ हो गया है। न्यूज एजेंसी ANI ने शपथ ग्रहण समारोह का आधिकारिक निमंत्रण कार्ड भी शेयर किया, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम लिखा है। ये कार्ड राज्य सरकार की ओर से जारी किया गया।
BJP, शिव सेना (एकनाथ शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, या एनसीपी (अजित पवार गुट) ने 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव परिणामों में शानदार जनादेश जीता, लेकिन गठबंधन में सत्ता शेयरिंग की बातचीत आगे नहीं बढ़ी, क्योंकि मुख्यमंत्री के नाम को लेकर महायुति के भीतर एकमत नहीं था।
मुंबई में महाराष्ट्र बीजेपी विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में राज्य के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व CM विजय रूपाणी भी मौजूद रहे।
महायुति पेश करेगा सरकार बनाने का दावा
बुधवार को, कोर कमेटी की बैठक में BJP विधायक दल के नेता के रूप में फडणवीस का नाम प्रस्तावित किया गया। इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया और प्रभावी रूप से उन्हें राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की गई। शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को मुंबई में होने वाला है।
इस कदम के बाद अब महायुति के भीतर तीनों दलों के नेता- देवेंद्र फणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार, राज्यपाल के लिए सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। महायुति नेता बुधवार शाम करीब 3.30 बजे इस बाबत राज्यपाल से मुलाकात करेंगे।
BJP ने अकेले राज्य की 288 सीटों में से 132 सीटें जीती थीं, इसलिए वो फडणवीस को ही मुख्यमंत्री बनाना चाहती थी। NCP ने भी इसका समर्थन किया था, जिसने 41 सीटें जीती थीं। हालांकि, 57 सीटों वाली सेना ने कहा कि महायुति ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा था।