महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस की शपथ से कुछ घंटे पहले, गुरुवार को शिंदे खेमे के नेता उदय सामंत ने कहा कि अगर एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं, तो उनकी पार्टी का कोई भी विधायक नई सरकार में कोई पद नहीं लेगा। न्यूज एजेंसी PTI ने सामंत के हवाले से कहा, "अगर एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करते हैं, तो कोई भी शिवसेना विधायक नई सरकार में कोई जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करेगा।"
दरअसल घोषणा की गई है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री आज शपथ लेंगे। इसके लिए आज आजाद मैदान में होने वाले समारोह के लिए तीनों पार्टियों ने निमंत्रण कार्ड छपवा लिया है, लेकिन उस पर उपमुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे का नाम नहीं छपा है। अब इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं छिड़ गई हैं कि एकनाथ शिंदे शपथ लेंगे या नहीं? इस पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है।
...तो हम चुप नहीं बैठेंगे- शिवसेना
अब उदय सामंत ने इस मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बनें। हालांकि, उदय सामंत ने चेतावनी दी है कि एकनाथ शिंदे को साइड लाइन करने की किसी भी कोशिश को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा, ''अगर एकनाथ शिंदे को उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं है और वह इसे शिवसेना के किसी और नेता को देते हैं, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि शिवसेना की ओर से किसी का नाम मीडिया में नहीं आना चाहिए। एकनाथ शिंदे हमारे नेता हैं। हम सभी का राजनीतिक भाग्य उनके हाथों में है। अगर कोई उनके खिलाफ कुछ कर रहा है, तो हम चुप नहीं बैठेंगे।"
निमंत्रण कार्ड पर एकनाथ शिंदे का नाम क्यों नहीं?
उदय सामंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में निमंत्रण कार्ड पर शिंदे का नाम न होने की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ''हर पार्टी को अपना निमंत्रण कार्ड छपवाकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को देना चाहिए। उसका रिकार्ड थाने में रखा जाए। ऐसा निर्णय महायुति की बैठक में लिया गया। NCP की ओर से छपवाए गए पर्चे में अजित पवार का नाम शामिल है। वहीं, शिवसेना (शिंदे) ने सरकार के निमंत्रण पत्र का ही फॉर्मेट ले लिया है। इसलिए हमें नहीं लगता कि इसमें कुछ भी तय हुआ है।"
सेना नेता ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)-SP के जितेंद्र अवहाद की एकनाथ शिंदे से मुलाकात पर भी टिप्पणी की और कहा कि दोस्ती पर कोई आचार संहिता नहीं है।
उदय सामंत ने कहा, “राजनीति में, इस बारे में कोई आचार संहिता नहीं है कि कौन किसका दोस्त है। आव्हाड और शिंदे दोनों ठाणे से हैं और इसीलिए वे दोस्त हैं और साथ रहेंगे।”
एकनाथ शिंदे पर अब भी सस्पेंस
बुधवार को, जैसे ही देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री घोषित किया गया, नवनिर्वाचित शिवसेना विधायकों ने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उनसे नई महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद संभालने का आग्रह किया।
पार्टी विधायकों ने कहा कि वे पिछले दो दिनों से शिंदे से मिल रहे हैं और उन्हें नई सरकार का हिस्सा बनने के लिए मना रहे हैं। पूरे दिन, विधायक निवर्तमान मुख्यमंत्री से मिलने के लिए शिंदे के आधिकारिक आवास 'वर्षा' में आते रहे। हालांकि, अब भी इसे लेकर सस्पेंस है कि शिंदे डिप्टी CM का पद संभालेंगे या नहीं।