महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। BJP का शीर्ष नेतृत्व बैठक में इस बात पर भी विचार विमर्श कर रहा है कि कैसे अपने सहयोगियों का साधे रखते हुए वह ज्यादा से ज्यादा सीट पर अपने उम्मीदवार उतार सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और CEC के दूसरे सदस्यों के अलावा बैठक में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले सहित राज्य के कुछ अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए।
CEC ने उन सीटों पर विचार-विमर्श किया, जिन पर BJP 288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने को इच्छुक है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, बीजेपी सूत्रों ने बताया कि पार्टी लगभग 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, बाकी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली NCP के लिए छोड़ देगी।
इससे पहले बावनकुले ने कहा कि शिंदे को विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे के मामले में उसी तरह त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए, जैसे BJP ने गठबंधन को बनाए रखने के लिए किया है।
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को खुले मन से विचार करना चाहिए और बलिदान देने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। हमने भी गठबंधन को बनाए रखने के लिए बलिदान दिए हैं। यह स्पष्ट है कि भाजपा का लक्ष्य उन सीटों पर चुनाव लड़ना है जो पहले हमारे पास थीं।"
महाराष्ट्र में मतदान 20 नवंबर को होना है और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
CM शिंदे ने जताया जीत का भरोसा
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को भरोसा जताया कि अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति पहले से भी ज्यादा जनादेश के साथ सत्ता को बरकरार रखेगी।
शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार ने महिला से लेकर वरिष्ठ नागरिकों को और किसानों से लेकर आम जनता तक को कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सत्ता में भागीदार बनाया और यह चुनाव परिणामों में साफ-साफ दिखेगा।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव होगा और उस दिन राज्य की भविष्य तय होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि महायुति सरकार और बड़े जनादेश से सत्ता में वापसी करेगी। शिंदे ने कहा, ‘‘हमने एक टीम की तरह काम किया और मैंने एक आम आदमी की तरह।’’