Get App

महाराष्ट्र फतह, अब बिहार की बारी... मिशन 2025 में जुटी टीम नीतीश, JDU ने बनाई 7 नेताओं की टीम

Bihar Politics: महाराष्ट्र में मिली प्रचंड जीत के बाद NDA गठबंधन के दलों, खास कर BJP में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। गठबंधन की पार्टियां अभी से ही आगामी चुनावों की तैयारी में लग गई है। 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होना है, जिसके लिए नीतीश कुमार की JDU अभी से मिशन मोड में आ गई है। जेडीयू ने इसको लेकर सात नेताओं की टीम बनाई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 26, 2024 पर 6:45 AM
महाराष्ट्र फतह, अब बिहार की बारी... मिशन 2025 में जुटी टीम नीतीश, JDU ने बनाई 7 नेताओं की टीम
नीतीश कुमार ने 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर सात अनुभवी नेताओं की टीम बनाई है

Bihar Election 2025: बिहार में भले ही अगले साल चुनाव हो लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी टीम अभी से ही चुनावों की तैयारी में लग गई। BJP गठबंधन को महाराष्ट्र में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद NDA गठबंधन में काफी उत्साह दिख रहा है। BJP जो हमेशा चुनावी मिशन पर रहने वाली पार्टी मानी जाती है। अब उसी की सफलताओं को देखते हुए नीतीश कुमार की JDU भी चुनावी मोड में आ गई है। इसको लेकर पार्टी ने सात अनुभवी नेताओं की टीम बनाई है, जो 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की तैयारियों पर नजर रखेंगे।

आगामी चुनाव को लेकर नीतीश कुमार ने जो टीम बनाई है, उसमें संजय झा, अशोक चौधरी, विजय चौधरी, श्रवण कुमार, रामनाथ ठाकुर, विजेंद्र यादव और उमेश कुशवाहा शामिल हैं। इस टीम में मंत्री से विधायक तक को शामिल किया गया है, ताकि चुनाव में कोई कसर न रह जाए। नीतीश कुमार ने 2020 में पार्टी को लगे झटकों को देखते हुए ये टीम बनाई है। JDU इस बार के चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

ग्राउंड जीरो पर विकास कार्यों का जायजा लेगी टीम

बिहार सरकार में मंत्री और जेडीयू के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक अशोक चौधरी का कहना है कि, अनुभवी और राजनीतिक सूझबूझ वाले जेडीयू के अनुभवी नेताओ की टीम बनाई गई है, जो पूरे प्रदेश में सरकार के कार्यों का जायजा करेगी। ये टीम प्रदेश के सभी जिलों में जाकर नीतीश कुमार के विकास कार्यों का जनता को कितना लाभ मिला है इसकी छानबीन करेगी। ग्राउंड जीरो पर जाकर जनता की समस्याओं का निदान किया जाएगा। 2020 के बिहार विधान सभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा था। 243 सीटों वाले विधानसभा में पार्टी सिर्फ 43 सीटें ही जीत पाई थी जबकि पिछले चुनाव में पार्टी ने 71 सीटें जीती थी।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें