चुनाव से पहले MP, राजस्थान को मिल सकती है नई वंदे भारत एक्सप्रेस! 2 महीने के सूखे के बाद, 9 ट्रेनें जल्द ही उतरेंगी पटरी पर
इन नौ ट्रेनों में से, सबसे अधिक (तीन) दक्षिणी रेलवे को अलॉट की गई हैं। जोन में इतनी ही वंदे भारत ट्रेनें पहले से ही चल रही हैं। मुंबई में हेडक्वार्टर वाले पश्चिमी रेलवे को नई खेप से एक और वंदे भारत मिल गई है। इसके अलावा, उत्तर पश्चिमी, दक्षिण मध्य, पूर्वी तट रेलवे और पूर्व मध्य को एक-एक नई वंदे भारत दी गई है। एक और ट्रेन मंत्रालय के पास रखी गई है और अभी किसी जोन को अलॉट नहीं की गई है। सूत्रों ने कहा कि चुनावी राज्य मध्य प्रदेश और राजस्थान लिस्ट में हैं और उन्हें नई ट्रेन मिलने की संभावना है
चुनाव से पहले MP, राजस्थान को मिल सकती है नई वंदे भारत एक्सप्रेस
पिछले दो महीनों से देश कोई नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express Train) लॉन्च नहीं हुई है। आखिरी बार 7 जुलाई को गोरखपुर से लखनऊ के लिए वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई गई थी। जबकि रेल मंत्रालय के आधिकारिक दस्तावेज बताते हैं कि चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से कम से कम नौ ट्रेनों को तैयार कर के रवाना कर दिया है। इस फैक्ट्री में ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को बनाया जाता है।
News18 ने रेल मंत्रालय के डेटा के हवाले से बताया कि इन नौ ट्रेनों में से, सबसे अधिक (तीन) दक्षिणी रेलवे को अलॉट की गई हैं। जोन में इतनी ही वंदे भारत ट्रेनें पहले से ही चल रही हैं।
मुंबई में हेडक्वार्टर वाले पश्चिमी रेलवे को नई खेप से एक और वंदे भारत मिल गई है। इसके अलावा, उत्तर पश्चिमी, दक्षिण मध्य, पूर्वी तट रेलवे और पूर्व मध्य को एक-एक नई वंदे भारत दी गई है। एक और ट्रेन मंत्रालय के पास रखी गई है और अभी किसी जोन को अलॉट नहीं की गई है। सूत्रों ने कहा कि चुनावी राज्य मध्य प्रदेश और राजस्थान लिस्ट में हैं और उन्हें नई ट्रेन मिलने की संभावना है।
आज तक, 25 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, जिनमें सबसे ज्यादा चार उत्तरी जोन में हैं। इसके बाद दक्षिणी और मध्य जोन हैं, जिनमें से हर एक में तीन ट्रेनें हैं, इसके बाद पश्चिमी, पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम रेलवे हैं, जिनमें से हर एक में दो वंदे भारत हैं।
बाकी नौ जोन - दक्षिण पूर्व मध्य, पूर्वी, पूर्वी तट, दक्षिण मध्य, दक्षिण पूर्वी, पूर्वोत्तर सीमांत, पूर्व मध्य, दक्षिण पश्चिमी और उत्तर पूर्वी रेलवे - में एक-एक वंदे भारत है।
दक्षिणी जोन के लिए तीन वंदे भारत ट्रेनों में से एक 17 जुलाई को, दूसरी 31 जुलाई को और तीसरी 18 अगस्त को जारी की गई थी।
मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने News18 को बताया, “ये सभी नौ वंदे भारत आठ कोच वाली ट्रेनें हैं।”
ये देखते हुए कि इन ट्रेनों के लॉन्च की तारीखें अभी तक तय नहीं हुई हैं, अधिकारियों ने कहा कि मंत्रालय एक बड़े आयोजन की उम्मीद कर रहा है और एक साथ कई ट्रेनें लॉन्च कर सकता है।
ये हो सकते हैं संभावित रूट
भले ही मंत्रालय ने अभी तक रूट की घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों ने कहा है कि इनमें से दो ट्रेनें जयपुर - जयपुर-इंदौर और जयपुर-उदयपुर से हो सकती हैं। मामले से वाकिफ अधिकारी ने ये भी कहा कि जयपुर-इंदौर वंदे भारत नीमच से होकर गुजरेगी।
पिछले दो दिनों में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उदयपुर और नीमच रेलवे स्टेशनों का दौरा किया है।
चुनावी राज्य राजस्थान को पहली वंदे भारत अप्रैल में (अजमेर-दिल्ली) मिली और बाद में जुलाई में उसे दूसरी ट्रेन (जोधपुर-साबरमती) मिली। एक और चुनावी राज्य मध्य प्रदेश को भी एक नई ट्रेन मिलेगी। मध्य प्रदेश, जहां इस साल के अंत में चुनाव होने हैं, को अप्रैल में पहली वंदे भारत मिली।
ईस्ट कोस्ट रेलवे को आवंटित एक ट्रेन ओडिशा के पुरी और राउरकेला में चलने की संभावना है। ओडिशा के लिए पहली वंदे भारत के उद्घाटन के दौरान वैष्णव ने New18 को बताया था कि जल्द ही राउरकेला के लिए एक ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी। ओडिशा में 2024 की शुरुआत में चुनाव होने जा रहे हैं।
पूर्व मध्य रेलवे को सौंपी गई इन ट्रेनों में से एक, पटना-हावड़ा मार्ग को पूरा कर सकती है। मामले से वाकिफ अधिकारियों ने बताया कि इस रूट पर ट्रायल जामताड़ा और आसनसोल में स्टॉपेज के साथ किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण रेलवे को सौंपे गए तीन समेत चार वंदे भारत के रूट को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
चालू 25 वंदे भारत ट्रेनों में से छह दिल्ली से देहरादून, अजमेर, वाराणसी, कटरा, भोपाल और अंब अंदौरा के लिए हैं। महाराष्ट्र के लिए पांच ट्रेनें हैं, जिनमें से चार मुंबई से संचालित होती हैं - गांधीनगर, शिरडी, शोलापुर और मडगांव के लिए। और एक नागपुर और बिलासपुर के बीच।