Rajasthan Election: राजस्थान (Rajasthan) में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) का समय अब बेहद ही नजदीक आ चुका है। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) अपनी सरकार की वापसी के लिए अब संतों की शरण में पहुंच गए हैं। चातुर्मास कर रहे संतों की शरण में पहुंचे गहलोत ने उनसे आशीर्वाद लिया और साथ ही अपनी राजनीतिक प्रतिद्वंदी और BJP नेता वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) का नाम लेकर एक बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने ये भी दावा किया कि दोबारा कांग्रेस सरकार बनने के बाद संतों से इसकी शुरुआत कराई जाएगी।
CM गहलोत ने कहा, "वसुंधरा जी ने मुख्यमंत्री बनने पर शपथ समारोह में 100 से 200 संतों को बुलाया था। मुझे आज यहां प्रख्यात संत अवधेश चेतन्य महाराज के सानिध्य में एक साथ इतने संतों से सरकार रिपीट होने का आशीर्वाद मिला है। इसलिए कांग्रेस सरकार की शुरुआत संतों से ही कराई जाएगी।"
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी पर्व पर प्रसिद्ध सांवलिया जी के दर्शन भी किए। गहलोत ने अनाबगढ़ बावजी में एक सभा को संबोधित भी किया और कई विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया।
राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने इलाके में कई बड़ी विकास योजना का ऐलान किया और शिलान्यास कभी किया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने वाले प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, ये फिलहाल पूरी तरह से तय नहीं हुआ है। हालांकि, कांग्रेस के लिए मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर अटकलें तेज हैं।
वहीं BJP ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, हालांकि, वसुंधरा राजे को सबसे आगे माना जा रहा है। अगर आम सहमति नहीं बनी, तो पार्टी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए बिना भी चुनाव में उतर सकती है।