Rajasthan Election Result: गहलोत सरकार के 17 मंत्री हार गए चुनाव, सीएम के 5 सलाहकारों सहित विधानसभा स्पीकर भी हारे

Rajasthan Election Result: विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और सीएम अशोक गहलोत के सलाहकार पांच विधायकों सहित पार्टी की अभियान समिति का नेतृत्व करने वाले गोविंद राम मेघवाल को भी जीत नसीब नहीं हुई। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा राजस्थान चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज नेता सुभाष महरिया को हराया है।

अपडेटेड Dec 04, 2023 पर 3:41 PM
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Rajasthan Election Result: हारने वालों में सबसे बड़ा नाम विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी का है

Rajasthan Election Results 2023: राजस्थान में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नेतृत्व वाली कांग्रेस (Congress) सरकार के 25 मंत्रियों में से 17 मंत्रियों को बड़ी हार सामना करना पड़ा है। इसमें सबसे बड़ा नाम विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी का है। विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और सीएम अशोक गहलोत के सलाहकार पांच विधायकों सहित पार्टी की अभियान समिति का नेतृत्व करने वाले गोविंद राम मेघवाल को भी जीत नसीब नहीं हुई। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा राजस्थान चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज नेता सुभाष महरिया को हराया है। बता दें कि बीजेपी राजस्थान की सत्ता में लौट आई है।

खाजूवाला में गोविंद मेघवाल को बीजेपी के विश्वनाथ मेघवाल ने 17,374 वोटों से हराया। चुनाव हारने वाले अन्य कांग्रेस मंत्रियों में रमेश चंद मीणा (सपोटरा), शाले मोहम्मद (पोकरण), भंवर सिंह भाटी (कोलायत), शकुंतला रावत (बानसूर), विश्वेंद्र सिंह (डीग कुम्हेर) और उदयलाल अंजना (निंबाहेड़ा) शामिल हैं। उनकी हार का अंतर क्रमशः 43,834 वोट, 35,427 वोट, 32,933 वोट, 7,420 वोट, 7,895 वोट और 3,845 वोट था।

प्रताप सिंह खाचरियावास (सिविल लाइंस) 28,329 वोटों के अंतर से और बीडी कल्ला (बीकानेर पश्चिम) 20,194 वोटों के अंतर से हार गए। वहीं, जाहिदा खान (कामां) अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 13,906 वोटों से हार गईं और तीसरे स्थान पर रहीं। जबकि मंत्री भजन लाल जाटव (वैर), ममता भूपेश (सिकराय), परसादी लाल मीणा (लालसोट), सुखराम विश्नोई (सांचोर), रामलाल जाट (मांडल), प्रमोद जैन भाया (अंता) और राजेंद्र यादव (कोटपूतली) भी चुनाव हार गए।


इन सबके अलावा गहलोत के पांच सलाहकार संयम लोढ़ा (सिरोही), राजकुमार शर्मा (नवलगढ़), बाबू लाल नागर (दूदू), दानिश अबरार (सवाईमाधोपुर) और पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य (सोजत) भी चुनाव हार गए। गहलोत ने सरदारपुरा सीट पर बीजेपी के महेंद्र राठौड़ को 26,396 वोटों के अंतर से हराया। उन्होंने 2018-विधानसभा चुनाव में 45,597 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। हिंडोली सीट पर मंत्री अशोक चांदना 45,004 वोटों से जीते।

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2018 में चांदना की जीत का अंतर 30,541 था। शांति धारीवाल ने कोटा उत्तर सीट 2,486 वोटों के मामूली अंतर से जीती। जबकि ब्रजेंद्र ओला (झुंझुनू), मुरारी लाल मीणा (दौसा), अर्जुन सिंह बामनिया (बांसवाड़ा), टीकाराम जूली (अलवर ग्रामीण) और महेंद्र जीत सिंह मालवीय (बागीदौरा) भी जीत गए। रालोद के सुभाष गर्ग ने भी अपनी भरतपुर सीट बरकरार रखी है। बीजेपी ने 199 में से 115 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस को 69 सीटें मिलीं।

Akhilesh

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