Rajasthan Election Results 2023: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में 3 दिसंबर को राज्य विधानसभा चुनाव में जीतने वाले कुल 61 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें 44 विधायक गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। चुनाव निगरानी संस्था की रिपोर्ट से पता चलता है कि जीतने वाले उम्मीदवारों में से एक ने हत्या से संबंधित मामले का सामना करने की घोषणा की है। इसके अलावा 7 विधायकों के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किए हैं। जबकि 6 विजेता उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों का सामना करने की घोषणा की है।
उम्मीदवारों का पार्टी-वार डिटेल्स देते हुए ADR ने बताया कि BJP के 115 विजयी उम्मीदवारों में से 35 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, 20 विधायक कांग्रेस से हैं। जबकि 2 भारत आदिवासी पार्टी से हैं। इसके अलावा 1 राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से है और 3 स्वतंत्र उम्मीदवार हैं। हालांकि, गंभीर आपराधिक मामलों के मामले में 24 उम्मीदवार बीजेपी से हैं, और 69 में से 16 उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी से हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजस्थान में 200 सदस्यीय सदन के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 169 (85 प्रतिशत) करोड़पति हैं। जबकि राज्य में 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान 158 करोड़पति विधायक थे। ADR की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी के पास 101 करोड़पति विजेता उम्मीदवार हैं। जबकि 58 कांग्रेस पार्टी से हैं। वहीं, आठ में से सात निर्दलीय विजेता उम्मीदवार हैं जिनके पास 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
2023 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवार की औसत संपत्ति 7.78 करोड़ रुपये, जबकि 2018 के दौरान प्रति विधायक औसत संपत्ति 7.39 करोड़ रुपये थी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) राजस्थान में 3 दिसंबर को हुए विधानसभा चुनाव में 199 सीटों में से 115 सीटें जीतकर प्रचंड जनादेश के साथ सत्ता में वापसी की है।
कांग्रेस ने 69 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है। रेगिस्तानी राज्य मौजूदा पार्टी को सत्ता में वापस लाने के लिए वोट न करने की लगभग 30 साल पुरानी परंपरा पर कायम है। अनुभवी कांग्रेस नेता अशोक गहलोत तीन बार रेगिस्तानी राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। जबकि बीजेपी की वसुंधरा राजे इस अवधि के दौरान दो बार इस पद पर रहीं।