वर्कफोर्स में गिरावट केवल आईटी कंपनियों में ही नहीं देखी गई है, बल्कि PSUs का हाल भी ऐसा ही है। पिछले कुछ वर्षों में पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSUs) में भी कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है। मार्केट कैप के हिसाब से देश की टॉप 16 सरकारी कंपनियों में से 4 को छोड़कर बाकी सभी में वित्त वर्ष 2024 के दौरान कर्मचारियों की संख्या में गिरावट देखी गई। CNBC-TV18 के एनालिसिस से सामने आया है कि कोल इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) सहित 12 PSUs ने वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारियों की संख्या में कुल मिलाकर 23,306 की कमी दर्ज की।
कर्मचारियों की संख्या में सबसे बड़ी गिरावट कोल इंडिया में देखी गई, जहां हर साल 4% से 5% कर्मचारी रिटायर हो जाते हैं। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान कर्मचारियों की संख्या में 10,349 की शुद्ध कमी दर्ज की। वित्त वर्ष 2023 में इसके कर्मचारियों की संख्या में 9,340 की कमी आई थी। कोल इंडिया के कुल खर्च में इसके वेतन बिल की हिस्सेदारी 48% है। कर्मचारियों की संख्या में कमी के कारण वित्त वर्ष 2024 में वेतन बिल 1% घटकर 48,783 करोड़ रुपये रह गया।
ऐसा ही ट्रेंड बैंकिंग और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर एनर्जी और खनिज तक सभी क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। SBI ने वित्त वर्ष 2023 में अपने कर्मचारियों की संख्या में 8,392 और वित्त वर्ष 2024 में 3,562 की कमी देखी। बैंक के कर्मचारियों की संख्या वित्त वर्ष 2019 से अब तक 10% या 25,000 एंप्लॉयीज कम हो चुकी है। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक सहित ज्यादातर सरकारी बैंकों के कर्मचारियों की संख्या में वित्त वर्ष 2024 के दौरान कमी आई है।
किस लिस्टेड PSU में सबसे ज्यादा कर्मचारी
31 मार्च, 2024 तक SBI के कर्मचारियों की संख्या 2,32,296 थी, जो लिस्टेड PSUs में सबसे अधिक है। कोल इंडिया लगभग 2.3 लाख कर्मचारियों के साथ दूसरे नंबर पर है। वहीं पंजाब नेशनल बैंक (PNB) मार्च 2024 के आखिर तक 1,02,349 कर्मचारियों के साथ तीसरे स्थान पर है।
इन कंपनियों में नए कर्मचारी जुड़े
कुछ सरकारी कंपनियां ऐसी भी हैं, जिनमें वित्त वर्ष 2024 में नए कर्मचारी जुड़े। इन कंपनियों में SBI लाइफ इंश्योरेंस, गेल इंडिया, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। SBI लाइफ इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष के दौरान करीब 3,100 कर्मचारी जोड़े, जबकि अन्य कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या में 215 तक की बढ़ोतरी हुई।